अमित शाह का लक्ष्य यूपी में केसरिया फहराना

 

लखनऊ,  यूपी से भाजपा के 71 सांसद जिता कर दिल्ली में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने के बाद अमित शाह की निगाहें लखनऊ में भी केसरिया फहराने पर लगी है। मंगलवार को अपना ‘मिशन यूपी-पार्ट टू’ जाहिर करते हुए शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश को भाजपायुक्त करना ही उनका अंतिम लक्ष्य है। इसे पूरा होने तक वह प्रभारी पद की जिम्मेदारी भी नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने प्रदेश में सत्ता परिर्वतन तक संघर्ष जारी रखने का आह्वान भी किया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद पहली बार लखनऊ पहुंचे अमित शाह अपना शानदार स्वागत से अभिभूत भी दिखे। निरालानगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में मंडलाध्यक्ष स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए शाह ने केंद्र में सत्ता हासिल करने का पूरा श्रेय यूपी की जनता व भाजपाइयों को दिया। कहा कि लोकसभा के नतीजे आने वाले विधानसभा चुनाव 2017 की नींव है। जब तक प्रदेश में बहुमत वाली भाजपा सरकार नहीं बनेगी तब तक मेरा काम समाप्त नहीं होगा। कठोर प्रभारी को झेलने के लिए कार्यकर्ताओं को तैयार रहना होगा। यूपी को भाजपा युक्त होने तक सपा सरकार को चैन से नहीं बैठने देंगे।

दंगे पर सपा की रिपोर्ट का संज्ञान न लें

शाह ने करीब 25 मिनट के संबोधन में अखिलेश यादव और मुलायम सिंह पर जनादेश का सम्मान नहीं करने का आरोप लगाया। बढ़े सांप्रदायिक दंगों के लिए सपा की तुष्टिकरण व वोटबैंक की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया। सहारनपुर दंगे पर सपा की रिपोर्ट को राजनीतिक हित की पूर्ति का माध्यम बताते हुए संज्ञान नहीं लेने का आह्वान किया और मीडिया से भी यह आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि रिपोर्ट से जनता गुमराह नहीं होगी। दंगे कौन करा रहा है, जनता बखूबी जानती है। उनका कहना था बिजली संकट दूर करने का सरकार में माद्दा ही नहीं है।

बाढ़ पीड़ितों को छोड़ अमर सिंह को मना रही सरकार

शाह के निशाने पर अमर सिंह व आजम खां भी रहे। शाह ने कहा कि अखिलेश, मुलायम और आजम किसी भी मंत्री-विधायक ने बाढ़ पीड़ितों का हाल नहीं लिया। सरकार अमर सिंह को मनाने में लगी है।

उन्होंने कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया कि सभी बाढ़ पीड़ितों की सेवा में लग जाएं। प्रदेश अध्यक्ष डा. लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने शिवप्रताप शुक्ल व करन सिंह पटेल के नेतृत्व दो कमेटियां गठित कीं जो बाढग्रस्त क्षेत्रों में जाकर मौका मुआयना करेगी।

मोदी न सोते हैं और सोने देते हैं

शाह ने नरेंद्र मोदी सरकार के कामों की सराहना करते हुए कहा कि पीएम के रूप में उनके फैसले अभूतपूर्व हैं जिसके सार्थक नतीजे जल्द ही सबके सामने होंगे। मोदी की कार्यशैली का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मोदी न तो खाते हैं, न खाने देते हैं और न सोते हैं, न ही सोने देते हैं। जल्द ही मंत्री और सांसद बने लोगों को पता चलेगा कि नेता बनना कैसा कठिन है?

इसके पूर्व प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कानून व्यवस्था पर प्रश्न उठाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश से इस्तीफा मांगा। इस मौके पर केंद्रीय कार्यकारिणी पदाधिकारी बने दिनेश शर्मा, रामशंकर कठेरिया, श्रीकांत शर्मा, अरुण सिंह का अभिनंदन भी किया गया। संचालन प्रदेश महामंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया।

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