‘पहले पंधेर को दो फांसी, फिर कोली को लटकाओ’

मेरठ, आठ साल बाद बेटे से मिलने मेरठ जिला जेल पहुंची बहुचर्चित निठारी कांड के अभियुक्त सुरेंद्र कोली की मां कुंती देवी ने कहा कि बेटे ने एक चिड़िया तक नहीं मारी तो वह नरसंहार कैसे कर सकता है। मुख्य दोषी तो मोनिंदर सिंह पंधेर है, पहले उसे फांसी हो फिर मेरे बेटे को फांसी दे दो। इससे पहले जेल प्रशासन ने मां-बेटे की मुलाकात भी कराई।

अल्मोड़ा से चलकर तड़के तीन बजे मेरठ पहुंची कोली की मां सुबह नौ बजे मेरठ जिला कारागार के गेट पर जाकर बैठ गई। दो सप्ताह से अन्न का दाना मुंह में न डालने का दावा करने वाली कुंती ने कहा कि कोली तो एक नौकर था, असली मुजरिम तो मोनिंदर सिंह पंधेर है। अगर मेरे बेटे ने उसके घर में रहकर कत्ल किए तो मकान मालिक को इसका पता कैसे नहीं हुआ।

इस पूरे मामले में पंधेर ही नहीं उसके साथ कुछ डॉक्टर और अफसर भी लिप्त हैं, जिन्होंने पैसे के दम पर मेरे बेकसूर बेटे को फांसी के फंदे के करीब पहुंचा दिया।

कुंती ने कहा कि अगर दोषी ठहराया है तो पहले फांसी पंधेर को हो, फिर मेरे बेटे को। यह भी कहा कि वह राष्ट्रपति से फरियाद करेंगी। कहा कि मेरा बेटा सातवीं कक्षा तक पढ़ा है, लेकिन उसे यह अच्छी तरह से पता है कि क्या अच्छा है, क्या बुरा।

मां से पता चला बेटे का

70 वर्षीय कुंती देवी के पति शाकरूराम का दस साल पहले निधन हो गया था। कुंती के चार बेटे- सुरेंद्र, पंडू, अन्नू, मंगतू और एक बेटी है। सुरेंद्र कोली की पत्‍‌नी शांति दो बच्चों की मां है। लड़की तेरह साल की और लड़का आठ साल का है। कोली जब जेल गया था, तब शांति गर्भवती थी। कोली को मां से मिलने के बाद बेटे के बारे में पता चला।

दहशत में है परिवार

कुंती और उनके साथ आए गांव के लोगों ने बताया कि डर और दहशत की वजह से आज तक परिवार या गांव के व्यक्ति कोली से मिलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। कुछ साल पहले भाई उससे मिलने गए तो कोली ने मना कर दिया। कोली ने बताया था कि मोनिंदर ने उसे धमकी दी है, अगर मुंह खोला तो उसके परिवार को खत्म कर दिया जाएगा।

बेटे को फंसाया गया

कुंती ने बताया कि आठ साल पहले 25 सितंबर, 2006 में कोली अपने गांव आया था, उस समय काली मां की पूजा थी। तभी पंधेर के नौकर गाड़ी से अल्मोड़ा आए, उन्होंने कहा कि उसकी नौकरी पक्की हो गई है। वह कुछ पेपर पर साइन कर दे। यह कहकर वे कोली को ले गए। इसके बाद कोली फिर नहीं आया।

भाई और पत्‍‌नी ने तोड़ा कोली से नाता

सुरेंद्र की मां कुंती देवी इस समय गांव में अकेली रह रही हैं। सुरेंद्र का नाम निठारी कांड में आने के बाद उसके तीनों भाई गांव छोड़कर चले गए। कोली की पत्‍‌नी शांति भी बच्चों को लेकर गांव से जा चुकी है। बताया जा रहा है कि उसकी पत्‍‌नी दिल्ली में चौका-बर्तन करती है।

कोली से मिलने पहुंचे

अल्मोड़ा से बुधवार शाम पांच बजे मेरठ के लिए चली कोली की मां के साथ अल्मोड़ा के जिला पंचायत सदस्य नारायण सिंह रावत व उनका भतीजा दीपक, प्रेम सिंह नेगी आए। ये लोग सेव और केले लेकर जेल पहुंचे थे।

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