आतंक पर सख्त राजनाथ ने लव जिहाद से पल्ला झाड़ा

Rajnath-Singh_2622954bनई दिल्ली, मोदी सरकार में गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को अपने 100 दिन के कार्यकाल का लेखा जोखा दिया। आक्रामक बल्लेबाज की तरह राजनाथ ने चुनावी वादों, सुरक्षा व प्राकृतिक आपदा की चुनौतियों पर सरकार की उपलब्धियां बताई तो सधे राजनीतिज्ञ की तरह ‘लव जिहाद’ जैसे विवादस्पद मुद्दों से किनारा कर लिया।

उन्होंने आतंकवाद पर सरकार के बेहद सख्त रुख का इजहार किया। राजनाथ ने गृह मंत्रालय की संवेदनशीलता रेखांकित करते हुए कहा कि ‘गृह मंत्रालय संभालना 20-20 मैच नहीं, यह टेस्ट मैच है। हर बाल पर चौके-छक्के की उम्मीद नही करनी चाहिए।’ वहीं लम्बी पारी खेलने का संकेत देते हुए उन्होंने कहा कि वह क्रीज पर जमने की कोशिश कर रहे हैं।

सरकार की उपलब्धियों पर बात करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि सौ दिनों के कार्यकाल में गृह मंत्रालय ने आंतरिक सुरक्षा, राज्यों से संबंध, केंद्र शासित प्रदेशों का प्रशासन व आपदा प्रबंधन समेत कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम किया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि मोदी सरकार के 100 दिनों के कार्यकाल में 132 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया जो सबसे ज्यादा है। उन्होंने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की।

आतंक का अंत प्राथमिकता

गृहमंत्री ने कहा कि देश से आतंकवाद का खात्मा मोदी सरकार की प्राथमिकता है। राजनाथ ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, पूर्वोत्तर समेत अन्य राज्यों में चल रहे आतंकवाद व उग्रवाद और माओवादी ¨हसा को खत्म करने के लिए भी गृह मंत्रालय ने नई नीति बनाई है। उनके अनुसार अगर कोई हिंसा का रास्ता छोड़कर बात करना चाहेगा तो वे उससे बात करने के लिए तैयार हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार प्रतिबंधित संगठन सिमी से निपटने को तैयार है। इस आतंकी संगठन पर प्रतिबंध और पांच साल के लिए बढ़ा दिया गया है। अगले पांच वर्षो में सिमी की गतिविधियों पर रोक लगा दी जाएगी।

आइएसआइएस में भारतीयों की भर्ती की खबरों का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी खबरों में कोई दम नहीं है। देश में अलकायदा के केंद्र खोले जाने के दावों पर राजनाथ ने कहा कि इससे घबराने की कोई जरूरत नहीं है। इसकी कथित सीडी की सच्चाई जांचने में विभिन्न एजेंसियां लगी हुई हैं। राजनाथ सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की है। इसके जरिये राज्यों में होने वाली पुलिस सब इंस्पेक्टर भर्ती में महिलाओं के लिए 33 फीसद आरक्षण सुनिश्चित करने को कहा गया है।

यह लव जेहाद क्या है

लव जिहाद को लेकर पूछे गए सवाल को खूबसूरती से टालते हुए गृहमंत्री ने खुद को इस शब्द से अनजान बताया और कहा कि ये है क्या?

नई नीतियों पर

शासन में सौ दिन की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए राजनाथ सिंह ने इस मौके पर गृह मंत्रालय की नई योजना का भी एलान किया। उन्होंने कहा कि सिविल डिफेंस को आपदा प्रबंधन का हिस्सा बनाया जाएगा। कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास पर राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमारी सरकार इस दिशा में काम कर रही है, मैंने राज्य के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह को खत लिखा है कि कश्मीरी प्रवासियों की वापसी और बसने के लिए जमीन का इंतजाम किया जाए।

दिल्ली में सरकार गठन पर

दिल्ली में सरकार बनाने के सवाल को उपराज्यपाल पर डालते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हर राजनीतिक पार्टी सरकार बनाने के लिए चुनाव में जाती है। लेकिन चुनाव के बाद यह राज्यपाल पर निर्भर होता है कि वह किसे बुलाते हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल के पास इस संबंध में सारी शक्तियां हैं। जहां तक गृह मंत्रालय की बात है अभी तक मुझसे किसी तरह की राय नहीं ली गई है। इस मुद्दे पर राय लेना उप राज्यपाल का विशेषाधिकार है।’

You might also like

Comments are closed.