भारत में भी पेशावर जैसे हमले की आशंका, हाईअलर्ट
नई दिल्ली, सिडनी और पेशावर में आतंकी हमले और 26 जनवरी को अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा के मद्देनजर पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को 31 जनवरी तक सतर्क रहने को कहा है। आशंका है कि सिमी के भगोड़े आतंकियों के साथ-साथ इंडियन मुजाहिदीन या लश्करे तैयबा के आतंकी अमेरिकी राष्ट्रपति की यात्रा के दौरान सिडनी या पेशावर जैसा हमला कर सकते हैं।
सभी राज्यों के प्रमुख सचिवों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों के साथ-साथ पुलिस महानिदेशकों, आइबी, रॉ, एनटीआरओ, बीएसएफ, सीआरपीएफ, आइटीबीपी, एसएसबी, सीआइएसएफ और आरपीएफ को भेजे पत्र में गृह मंत्रालय ने कहा कि एजेंसियों के सामूहिक प्रयास से ही आतंकी मंसूबों को नाकाम किया जा सकता है। इसके लिए खुफिया एजेंसियों को आतंकी गतिविधियों पर गहरी नजर रखने को कहा गया है।
भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर मुस्तैद रहें
गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों, जैसे रेलवे स्टेशनों, सार्वजनिक परिवहन की बसों और स्कूलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने को कहा है, जिन्हें आतंकी निशाना बना सकते हैं। पेशावर हमले को ध्यान में रखते हुए स्कूलों और अन्य शिक्षा संस्थानों की सुरक्षा में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है।
हालात से निपटने के लिए तैयार रहें
एजेंसियों को आतंकी हमला हो जाने की स्थिति में हालात से निपटने के लिए भी पूरी तरह तैयार रहने को कहा गया है। हमला होने की स्थिति में त्वरित गति से कार्रवाई करने वाली विशेष टीमों और बम निरोधक दस्तों को इस दौरान पूरी तरह मुस्तैद रहने का आदेश दिया गया है। गृह मंत्रालय ने कहा कि इसके लिए उन्हें बार-बार अभ्यास करना चाहिए और अपने सारे उपकरणों को चेक करते रहना चाहिए।
चार तरफ से हमले की आशंका
पेशावर में स्कूल हमले के अगले दिन जारी हाई अलर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति बराक ओबामा की यात्रा के दौरान चार तरफ से (सिमी, आइएम, लश्कर और आइएस) आतंकी हमले की आशंका है। खंडवा की जेल से पिछले साल फरार सिमी के आतंकी बड़े हमले की तैयारी में हैं। खुफिया एजेंसियों ने इनके पाक स्थित आका की बातचीत सुन ली है, जिसमें बड़े आतंकी हमले की बात की जा रही थी। वहीं पाक समर्थित इंडियन मुजाहिदीन और लश्करे तैयबा भी इस दौरान हमले की तैयारी कर रहे हैं। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने लश्करे तैयबा के हमले की आशंका के प्रति भारत को पहले ही आगाह कर दिया है। इन सबके अलावा आइएस समर्थक कोई अकेला आतंकी भी सिडनी जैसी वारदात को अंजाम दे सकता है।
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