बर्फबारी : कुल्लू-मनाली में पर्यटकों के आने पर पाबंदी

नई दिल्ली। देश का उत्तरी हिस्सा धीरे-धीरे गलन की चपेट में आता जा रहा है। पहाड़ों पर बर्फबारी थमे तीन दिन हो गए पर सर्द हवाओं का कहर कम नहीं हुआ है। बुधवार को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू और मनाली में जनजीवन इतना अस्तव्यस्त हो गया है कि प्रदेश सरकार ने पर्यटकों से कहा है कि वे व्यवस्था बहाल होने तक इन दोनों स्थानो पर न आएं।
यहां पर लगातार बिजली और पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। 332 रास्ते हिमपात के चलते बंद पड़े हैं। उत्तराखंड में भी लगभग इसी तरह के हालात हैं। मैदानी राज्यों में सुबह-शाम पडऩे वाले कोहरे ने मुसीबतों में इजाफा कर दिया है। घने कोहरे के चलते दिल्ली के आइजीआइ एयरपोर्ट पर 16 उड़ानें रद हो गईं जिससे यात्री परेशान रहे।
उत्तर प्रदेश और दिल्ली में हाड़ कंपाने वाली ठंड जारी है जिससे लोग घरों में दुबकने पर मजबूर हो गए हैं। लखनऊ में सबसे कम 6.6 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया। ठंड ने उन्नाव में एक युवती की जान ले ली। दिल्ली में पारा 9.2 डिग्री रहा। शाम होते ही शीतलहर ने राह चलना मुश्किल कर दिया।
पंजाब और हरियाणा में जबरदस्त कोहरे के चलते कई टे्रनों के परिचालन पर असर पड़ा। अमृतसर सबसे ठंडा इलाका रहा। यहां तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। हरियाणा के नारनौल में 2.7 डिग्री पारा रहा। राजस्थान के चुरू में एक बार फिर तापमान 2.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
उत्तराखंड की ऊंची पहाडिय़ों पर भी हिमपात बंद है पर मौसम के रुख में कोई परिवर्तन नहीं आया है। यहां भी कई इलाकों में रास्ते बंद हैं जिससे लोगों को खाने-पीने के सामान मिलने में दिक्कत आ रही है। हिमाचल में तो स्थितियां इतनी खराब है कि प्रदेश सरकार को एडवाइजरी जारी कर कहना पड़ा कि कुल्लू और मनाली में व्यवस्थाएं ठीक होने तक पर्यटक यहां न आएं।
जनजातीय जिले किन्नौर में भारी ठंड के कारण जलस्रोत जम गए हैं। -12 डिग्री सेल्सियस के साथ केलंग सबसे ठंडा रहा। जम्मू-कश्मीर के लेह में सबसे कम तापमान -13 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। अगले तीन दिनों तक राज्य में हिमपात की कोई संभावना नहीं है।

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