एसआइटी को लेकर आप ने केंद्र पर साधा निशाना

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) ने फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। इस बार हमला सिख विरोधी दंगों पर एसआइटी गठित करने की संभावना तलाशने के लिए बनी कमेटी के सहारे किया है। पार्टी का कहना है कि इससे केंद्र सरकार की नीयत पर शक होता है। केंद्र में सरकार बनने से पहले भाजपा व अकाली दल सिख विरोधी दंगों पर एसआइटी बनाने का दावा कर रहे थे, लेकिन सरकार बनने के बाद संभावना तलाशी जा रही है।

आप नेता व वरिष्ठ अधिवक्ता एचएच फुलका ने नार्थ एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय में बुधवार को मीडिया के समक्ष कहा कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को एक कमेटी बनाई है। इसे सिख विरोधी दंगों पर एसआइटी गठित करने की संभावना तलाशनी है। फुलका ने आरोप लगाया कि पहले यूपीए सरकार दंगा पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की राह में रोड़ा बन रही थी। अब उसकी भूमिका में भाजपा आ गई है। फरवरी में आप की सरकार ने एसआइटी गठित करने की सिफारिश की थी, लेकिन पहले यूपीए व उसके बाद वर्तमान सरकार ने इसे लटका रखा था। दबाव बनाने के बाद केंद्र सरकार समिति के सहारे देरी करने की कोशिश कर रही है, जबकि 2013 में जंतर-मंतर पर भाजपा और अकाली दल ने एसआइटी का समर्थन किया था।

फुलका ने कहा कि सरकार इस मामले में कितनी गंभीर है, इसका पता इसी से चलता है कि कांग्रेस नेता सज्जन कुमार व जगदीश टाइलर के खिलाफ मामला अब तक लटका हुआ है। फुलका ने आशंका जताई कि समिति को तीन माह में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है। इसकी सिफारिश आने में लंबा समय लगेगा।

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