शार्ली अब्दो के खिलाफ रैली में शामिल हुआ सईद
लाहौर। पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के चाहे जितने दावे करे, लेकिन सचाई बिल्कुल उलट है। इसका नमूना रविवार को तब देखने को मिला जब प्रतिबंधित गुट लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक और मुंबई में 26/11 को हुए आतंकी हमले का मास्टर माइंड हाफिज सईद लाहौर में फ्रांसीसी पत्रिका शार्ली अब्दो के खिलाफ हुई यहां हुई रैली में न सिर्फ शामिल हुआ, बल्कि संबोधित भी किया। उसने रैली में शामिल करीब पांच हजार लोगों से फ्रांसीसी उत्पादों का बहिष्कार करने को कहा।
सईद ने कहा, ‘अपने पैगंबर मुहम्मद साहब के अपमानजनक कार्टून बनाने वालों के खिलाफ हम आंदोलन शुरू करेंगे।’ उसने कारोबारियों से फ्रांसीसी उत्पादों का आयात नहीं करने का आह्वïान किया। साथ ही पाकिस्तानी नेताओं से कहा कि ईशनिंदा के खिलाफ वे एक अंतरराष्ट्रीय कानून पारित कराने की कोशिश करें। पाकिस्तान में ईशनिंदा एक दंडनीय अपराध है और इसमें आरोप साबित होने पर मृत्युदंड का प्रावधान है।
ब्रिटेन में रह रहा पेरिस हमले से जुड़ा अलकायदा आतंकी
लंदन। पेरिस स्थित शार्ली अब्दो पर हमले से जुड़ा अलकायदा आतंकी ब्रिटेन में रह रहा है। उसकी पहचान अल्जीरिया निवासी बगदाद मेजियाने के तौर पर की गई है। आतंकी नेटवर्क चलाने के आरोप में वर्ष 2003 में दोषी ठहराते हुए उसे 11 साल की सजा सुनाई गई थी। दो बच्चों का बाप बगदाद मानवाधिकार कानून की आड़ लेकर ब्रिटेन के लिसेस्टर में रह रहा है। इस कानून की वजह से ही उसे अल्जीरिया प्रत्यर्पित नहीं किया जा सका। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बगदाद आतंकी गतिविधियों में दोषी करार एक अन्य दहशतगर्द जामेल बेघल का निकट सहयोगी भी है। बेघल ने ही पेरिस हमले में मारे गए आतंकी एमेडी काउलीबेली और शेरिफ काउशी को जेल में बरगलाया था।
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ब्रिटिश महिलाओं की मदद से देश में लोगों को आतंकी गतिविधियों के लिए उकसा रहा है। किंग्स कॉलेज की एक रिपोर्ट में इसका खुलासा किया गया है।
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