तेल की कीमतें कर सकती हैं चुनाव नतीजों को प्रभावित

बिल क्लिंटन ने आर्थिकता को स्टूपिड के नारे के साथ सीनियर जॉर्ज बुश को गद्दी से उतारा था। जॉर्ज एच डब्लयू बुश की अन्य उपलब्धियों के बावजूद आर्थिकता ने उनका तख्त पलट दिया था।
कैनेडा में भी चुनाव वर्ष शुरू हो चुका है। अचानक ही सारी पार्टियों के नीतिवानों ने सोचना शुरू कर दिया है कि आर्थिकता की हर दिन बदल रही तस्वीर उनको गद्दी पर बिठा सकती है और उतार सकती है।
गत दिनों टी.डी. बैंक की आई रिपोर्ट शायद कंजर्वेटिव सरकार के लिए बड़ी सिरदर्दी बन सकती है। टी.डी. बैंक का कहना है कि तेल कीमतें कैनेडा के बजटीय सरपल्स को रोक कर कमी अभी दो वर्ष और कमी में ही रख सकती हैं। पिछली गर्म श्रतु के मुकाबिले तेल की कीमतें आधी रह गई हैं।
तेल कीमतें आर्थिकता के लिए एक चिंता का विष्य है। उधर कैनेडा में रोजगार भी खत्म हो रहा है जबकि पढ़ोसी अमेरिका में बढ़ रहा है। यह अधिक कठिनाई है। जबकि अमेरिका में आर्थिकता गर्म हो रही है तो अमेरिकी केंद्रीय बैंक ब्याज दरें बढ़ा सकती है जिसके बाद कैनेडा को भी इस बारे सोचना पड़ेगा।
उंची ब्याज दरें कैनेडियनों के लिए ठीक नहीं होंगी। कैनेडियनों ने कम ब्याज दरों का फायदा उठाते कर्ज बहुत उठाया हुआ है। ब्याज दरें बढ़ाने के साथ नगदी की कमी हो सकती है।
दूसरी ओर हर कोई इसी दिशा की ओर नहीं देख रहा। साईमन फ्रेजर यूनीवर्सिटी के इक्रामिक्स प्रोफैसर रिचर्च हैरिस का कहना है कि डॉलर की कीमत में तेजी से गिरावट एवं तेल की कम हो रही कीमतें बहुत बढिय़ा खबर है, खास करके बी.सी. जैसे राज्य के लिए जो अमेरिका से आने वाले यात्रियों पर निर्भर है।
हैरिस का कहना है कि एक वर्ष पहले के मुकाबिले केनेडा में सुधार कर रहा है और अगर डॉलर की कीमत 5-6 सेंट और कम होती है तो और भी बढिय़ा होगा। हैरिस का कहना है कि इसे नई दो पहियों वाली आर्थिकता शुरू होगी। पर रोल आरक्षित रहेंगे।
हैरिस का कहना है कि उनका का मानना है कि चुनाव इसी मुद्दे पर ही होंगे। ओंटारियो एवं क्यूबेक की आर्थिकता में बड़े स्तर पर सुधार होगा। अल्बर्टा को इस का बड़ा धक्का लगेगा और बाकी राज्य मिले-जुने नतीजे देते रहेंगे।
इसके साथ हैरिस का कहना है कि कंजर्वेटिव पार्टी के लिए यह खबरें बहुत सहायक नहीं होंगी। आर्थिकता पर शोर मचाने वाली पार्टी की नीति पर हथौड़े पड़ेंगे। हैरिस का कहना है कि बाकी देश को यह कहना है सब्सिडीयों के बारे मार्किट को फैसला करने दो के बाद एनर्जी पैदा करने वाले राज्यों को सब्सिडी देना मुश्किल होगा। हैरिस ने फैडरल सरकार द्वारा अल्बर्टा जैसे राज्य को सब्सिडी देने से इंकार नहीं किया पर यह सब्सिडी काफी बड़ी होनी चाहिए। अगर ऐसा होता है तो कंजर्वेटिव सरकार पर पक्षपाती होने के दोष लगने एवं इसका जवाब भी मांगा जाएगा।

You might also like

Comments are closed.