कैनेडा चुनाव-2015 : अभी तक महिला उम्मीदवारों की संख्या सिर्फ एक तिहाई

अगले चुनावों के बाद हाऊस ऑफ कॉमन्स में महिला एम.पीज की संख्या निराशाजनक हो सकती है। अब तक पार्टियों द्वारा अक्टूबर 2015 में होने वाले चुनावों के लिए आधे से अधिक उम्मीदवार नामजद किये जा चुके हैं। जबकि 2011 के चुनावों में रिकार्ड महिला उम्मीदवार बनी थी और जीत कर महिला उम्मीदवार की रिकार्ड संख्या थी फिर भी कुल संख्या का एक तिहाई हिस्सा ही हैं।
परंतू सीबीसी द्वारा जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि अब तक घोषित उम्मीदवारों की ओर नजर घुमाएं तो फैडरल सियासत में महिलाओं का मर्द के बराबर आना दूर की बात लगती है। अब तक कंजर्वेटिव पार्टी के कुल ऐलाने 175 उम्मीदवारों में से सिर्फ 34 या 19 प्रतिशत महिलाएं हैं जबकि लिबरल पार्टी ने 36 प्रतिशत अर्थात 182 ऐलाने जा चुके उम्मीदवारों में से 65 को उम्मीदवार बनाया है।
एन.डी.पी. अभी तक ऐसी पार्टी है जिस ने अब तक ऐलाने कुल 106 उम्मीदवारों में 54 महिलाओं को उम्मीदवार बनाया है जो मर्दों से भी 2 अधिक हैं। मर्द उम्मीदवारों की संख्या 52 है। पर एन.डी.पी. ने अभी तक सिर्फ 31 प्रतिशत उम्मीदवारों का ही ऐलान किया है। कंजर्वेटिव पार्टी अब तक 52 प्रतिशत एवं लिबरल 54 प्रतिशत उम्मीदवार बना चुकी है।
बहुत से कंजर्वेटिव एवं एन.डी.पी. उम्मीदवार मौजूदा सदस्य पार्लीयमैंट हैं।
मौजूदा समय में हाऊस में कुल 25 प्रतिशत महिला एम.पी. हैं। कुल 308 में से 77 एम.पी. महिला हैं। आते चुनावों के बाद 30 और नये एम.पी. चुन कर पार्लीयमैंट में आएंगे और कुल संख्या 338 हो जाएगी।
कंजर्वेटिव कॉक्स में कुल 18 प्रतिशत महिलाएं हैं। इन की संख्या एक तिहाई तक लाने के लिए मौजूदा महिला कंजर्वेटिव उम्मीदवारों में से आधे का चुने जाना लाजमी है।
एन.डी.पी. कॉक्स में महिला सदस्यों की संख्या 42 प्रतिशत है जबकि लिबरल की मौजूदा कॉक्स में इन की संख्या 23 प्रतिशत है।
इस कमी के चलते यह भी नोट करने की बात है कि तीनों प्रमुख पार्टियों की कंपेल चलाने वाली महिलाएं हैं। जैनी बर्न फैडरल कंजर्वेटिव कंपेन की को-चेयर है। एन मैक्ग्राथ एन.डी.पी. की पूर्व प्रधान पार्टी की कंपेन चला रही है और स्टीफन डिओन की पूर्व डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ केटी टेलफोर्ड लिबरल की कंपेन संभाल रही है।

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