तेल कीमतों का असर : कैनेडियन बजट के सरप्लस की संभावना धीमी : टी.डी. बैंक

कैनेडा की फैडरल सरकार अगले दो साल तक बजटीय घाटे में जा सकती है। साल 2017-18 तक इसके सरप्लस में आने की संभावना है। यह भविष्यवाणी की है टी.डी. बैंक के सीनियर आर्थिक माहिर रैंडाल बारटलैट ने।
बारटलैट का कहना है कि सरकार द्वारा इस साल 1.6 बिलियन डॉलर के बजट सरप्लस को बार-बार दोहराए जाने के बावजूद सच्चाई इसके उल्ट हो सकती है। मध्य दिसम्बर में प्रधान मंत्री स्टीफन हॉर्पर ने कहा था कि 2015 में कैनेडियन बजट के सरप्लस में होने पर कोई शक नहीं है। हार्पर ने यहां तक कहा था कि तेल की कीमतें कहीं भी क्यों न चली जाएं, पर बजट सरप्लस जरूर होगा। बारटलैट का कहना है कि असल में उन्हीं तेल कीमतें को उल्टा मोड़ पड़ सकती हैं,्र चाहे घाटे में लिा सकती हैं।
भविष्यवाणियों पर गौर करते हुए बारटलैट ने स्टेटमैंट में कहा है कि सरकार द्वारा पतझड़ ऋतु में जारी आर्थिक स्टेटमैंट में जो अनुमान लगाए गए थे, से स्थिति उल्ट हो रही है। उन्होंने कहा कि आर्थिक अनुमान तेल की कीमत 81 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से लगाए गए थे, जब तेल की कीमत लगातार नीचे आ रही है तथा आजकल 45 डॉलर के नजदीक पहुंचा हुआ है।
बारटलैट ने अपने विश£ेषण में कहा है कि इस साल तेल की कीमत 67.50 डॉलर प्रति बैरल पर आ जाएगी तथा उसके अगले साल यह 80.25 डॉलर प्रति बैरल हो जाएगी।
यह भी माना जा रहा है कि बजट को सरप्लस करने पर सारा जोर चुनाव वर्ष होने के कारण लगाया जा रहा है। हाल की घड़ी में चुनाव 19 अक्तूबर को होनी निश्चित हैं, पर सरकार उस से पहले ही चुनाव का ऐलान कर सकती है।
इसके अलावा तेल की कीमतें सरकार को टैक्स कट करने से रोक सकती हैं, जो स रकारों द्वारा आम तौर पर चुनावों से पहले किए जाते हैं। यह टैक्स कट वोटरों को लुभावने के लिए किए जाते हैं।
बारटलैट ने आगे यह भी लिखा है कि सरकार द्वारा उठाए जा रहे बड़े कदमों को भुगताना भी कठिन हो सकता है, जैसे कर मुक्त बैंक खाते की सीमा बढ़ाना आदि शामिल है। बारटैल यह भी लिखते हैं कि सरकार अपने द्वारा कोई टैक्स ना बढ़ाए जाने के वादे पर भी अड़ी रह सकती है, पर उसके लिए वह कहीं और अधिक पैसे की बचत करने के बारे में सोचेगी। जो थोड़े समय के लिए एक कमजोर नीति हो सकती है।
बारटलैट का कहना है कि इस समय सरकारी खर्चे इतिहास में सबसे निम्न स्तर पर हैं। बारटलैट ने साथ ही यह भी माना है कि तकनीकी तौर पर बजट को सरप्लस में दिखाया जा सकता है, जिसके संभावना कम है। यह सरप्लस उस 3 बिलियन डॉलर को जोड़ कर देखा जा सकता है, जो सरकार ने एमरजैंसी आवश्यकता के लिए विकल्प के रूप में रखा हुआ है।

 

You might also like

Comments are closed.