सबके सहयोग से भारत बनेगा विश्व गुरु: भागवत
देवघर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघचालक मोहन भागवत ने कहा कि देश का भाग्य बदलना है, भारत को विश्व गुरु बनाना है तो सबको साथ मिलकर चलना होगा। अकेले संघ भी ठेका नहीं ले सकता। उन्होंने कहा कि हिंदू खड़ा होगा तो भारत ठीक होगा, भारत खड़ा होगा तो दुनिया ठीक होगी।
झारखंड के देवघर में आयोजित तीन दिवसीय चिंतन शिविर के समापन पर कॉलेज परिसर में आयोजित सत्र में उन्होंने कहा कि सनातन काल से जो विचार सबका बनता आ रहा है, वही संघ का है। संघ क्या है, वह यहां आकर ही जान सकते हैं। इसके लिए पैसा नहीं लगता। यह देश विविधताओं का है, कई भाषाएं हैं पर विविधता को स्वीकारना होगा। भाषा कोई भी हो लेकिन ग्रंथ का उपदेश एक ही है। भारत माता के पुत्र जब सभी एक हैं तो फिर अमानवीय क्यों हो रहे हैं? भागवत ने कहा कि आज संघ से सबकी आशा बढ़ी है, कार्यकर्ता बिना पैसे के परिश्रम कर रहे हैं। यह सब देश के लिए किया जा रहा है।
संघ के संस्थापक डॉ हेडगेवार की जीवन यात्रा और उनके विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि मन से स्वार्थ व अहंकार को निकाल दें। लोग कहते हैं कि देश के प्रधानमंत्री कभी प्रचारक थे। संघ से ही पार्टी में जाया जा सकता है, ऐसा नहीं है। जो संघ में नहीं हैं, वह ऐसा सोचते हैं। इसलिए कार्यकर्ता को भी पक्की जानकारी रखनी होगी और जो दूर से इसे जानते हैं, उन्हें भी। उनके साथ मंच पर उत्तर-पूर्व के संघ चालक सिद्धिनाथ सिंह, झारखंड प्रांत संघ चालक देवव्रत भी थे।
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