दो वोटर आइ कार्ड मामले में किरण बेदी को क्लीन चिट
नई दिल्ली। दिल्ली में भाजपा की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार किरण बेदी के पास अलग-अलग पतों से दो मतदाता पहचानपत्र होने के मामले में क्लीन चिट मिल गई है। चुनाव आयोग ने साफ किया है कि बेदी ने पहले ही एक पहचानपत्र रद करने की अपील आयोग के पास भेज दी थी। इस मामले के सामने आने के बाद से ही चुनाव आयोग इसकी जांच में जुट गया था। दिल्ली विधानसभा चुनाव के दंगल में इस मुद्दे ने काफी तूल पकड़ लिया था। इसके साथ ही मुख्य विपक्षी दल ‘आप’ की ओर से इसपर काफी हंगामा किया जा रहा था। लेकिन, चुनाव आयोग के यह साफ करने के बाद कि कि बेदी सिर्फ उदय पार्क से मतदाता हैं , के बाद मामला शांत होता नजर आ रहा है। उल्लेखनीय है कि किरण बेदी का दूसरा मतदाता पहचानपत्र तालकटोरा लेन के पते पर दर्ज था। आयोग के अनुसार इसे रद करने का आवेदन वे दे चुकी हैं। ऐसे में तालकटोरा लेन वाले पहचान पत्र को रद कर दिया जाएगा।
किरण के पास दो मतदाता पहचानपत्र
ज्ञात हो कि दिल्ली के मुख्य निर्वाचन कार्यालय द्वारा तैयार की गई मतदाता सूची के अनुसार किरण बेदी का एक मतदाता पहचान पत्र मालवीय नगर विधानसभा सीट के तहत 56 उदय पार्क के पते पर बना है। इस पते पर बने मतदाता पहचान पत्र का क्रमांक टीजेडडी1656909 है। वहीं नई दिल्ली विधानसभा के तहत उनका जो मतदाता पहचान पत्र बना है उसका पता कोठी संख्या-2, तालकटोरा लेन है। इस मतदाता पहचान पत्र का क्रमांक एसजेई 0047969 है।
आप ने किरण बेदी पर बोला हमला
किरण बेदी के दो मतदाता पहचान पत्र सामने आने के बाद आप ने उन पर हमला तेज कर दिया है। आप नेता आशीष खेतान ने कहा है कि मतदाता पहचान पत्र मामले में केजरीवाल को घेरने में भाजपा व कांग्रेस ने कोई कसर नहीं छोड़ी। मगर हम भाजपा व कांग्रेस की तरह ओछी राजनीति नहीं करते। हम केवल यह जानना चाहते हैं कि बेहतर प्रशासनिक अधिकारी होने का दावा करने वालीं किरण बेदी बताएं कि क्या उन्होंने अपने पुराने मतदाता पहचान पत्र को मतदाता सूची से निरस्त कराने के लिए आवेदन किया है? यदि उन्होंने आवेदन किया है तो दिखाएं?
बेदी के नामांकन पर नहीं होगा कोई असर
हालांकि इस मामले में दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्रभूषण कुमार का कहना है कि किरण बेदी ने नया मतदाता पहचान पत्र बनवाने के लिए दिए गए आवेदन में अपने पुराने मतदाता पहचान पत्र का जिक्र किया है। उन्होंने कहा कि उनसे मांगी गई रिपोर्ट में पता चला है कि उनका पुराना मतदाता पहचान पत्र एसडी लिस्ट में डाल दिया गया है। जिसे चुनाव होने के बाद निरस्त किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति जान बूझकर दो विधानसभाओं से मतदाता पहचान पत्र बनवाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई का नियम है। जिसके तहत धोखा देने के आरोपों में आरोपी को एक वर्ष की सजा हो सकती है। मगर इस मामले में ऐसा कुछ नहीं है। चूंकि उनका नया मतदाता पहचान पत्र कुछ दिन पहले बनाया गया है ऐसे में पुराना मतदाता पहचान पत्र निरस्त करने की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि इससे किरण बेदी के नामांकन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
Comments are closed.