मांझी मंत्रिमंडल के सभी सात मंत्री जदयू से निलंबित

पटना  । विधानसभा में 20 फरवरी को विश्वास मत प्रस्ताव से पहले जदयू ने मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के सात मंत्रियों को पार्टी से निलंबित कर दिया है। इससे पहले मांझी को भी जदयू से निलंबित किया जा चुका है।

जदयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने इन मंत्रियों से पहले इस्तीफे की मांग की थी। लेकिन इस्तीफा नहीं दिए जाने पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने मंगलवार को उन्हें निलंबित करने का निर्देश जारी कर दिया।

विधानसभा में जदयू के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने बताया कि निलंबित होने वाले मंत्रियों में नरेंद्र सिंह, नीतीश मिश्रा, वृशिण पटेल, डॉ. भीम सिंह, डॉ. महाचंद्र सिंह, सम्राट चौधरी व शाहिद अली खान शामिल हैं।

जदयू नेताओं का कहना है कि जब मांझी को पहले ही निलंबित किया जा चुका है तो उनके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को पार्टी में बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। मांझी के एक अन्य मंत्री विनय बिहारी निर्दलीय हैं।

गौरतलब है कि जदयू से निकाले जाने के बाद मुख्यमंत्री मांझी को विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी ने असंबद्ध विधायक घोषित कर दिया था।

श्रवण कुमार ने बताया कि जदयू ने पहले इन मंत्रियों को मांझी मंत्रिमंडल छोडऩे का निर्देश दिया था, लेकिन फैसला नहीं मानने और पार्टीलाइन से अलग जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया। पार्टी की इस कार्रवाई के बीच मांझी खेमा जरूरी विधायक बल एकत्र करने में जुटा है।

मांझी समर्थक मंत्री विनय बिहारी ने कहा कि हम 20 फरवरी को विधानसभा में विश्वास मत साबित कर देंगे।

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