पर्रिकर ने डीआइजी के बयान का किया खंडन, अपने पुराने बयान पर कायम

बेंगलुरु। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने बताया कि बेंगलुरु में चल रही ‘एयरो इंडिया 2015’ प्रदर्शनी इस बार ‘मेक इन इंडिया’ की थीम पर आधारित है। इसमें 295 भारतीय और 328 विदेशी कंपनियां भाग ले रही हैं। साथ ही रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान बोट विवाद पर कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं और डीआइजी बीके लोशाली पर अनुशासनहीनता का मामला बनता है।

मनोहर पर्रिकर से जब पाकिस्तान बोट विवाद पर पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘पहले दिए गए अपने बयान पर मैं अब भी कायम हूं। हालांकि मैं कोस्ट गार्ड की सफाई से संतुष्ट हूं। लेकिन उनके बयान की जांच होनी चाहिए और आरोप सही पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी होगी।’

रक्षा मंत्री ने कहा कि देखिए भारत में 15-16 लाख सरकारी कर्मचारी हैं। अगर कोई सरकारी कर्मचारी गलत या झूठा बयान देता है, तो इसके लिए सरकार को जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए। अगर डीआइजी ने कोई गलत बयान दिया है, तो उनके खिलाफ अनुशासनहीनता का मामला बनता है, जिसके लिए उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

दरअसल, एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के मुताबिक डीआइजी लोशाली ने दावा किया कि उस नाव को नाव में सवार लोगों ने नहीं, बल्कि कोस्ट गार्ड द्वारा धमाके में बर्बाद किया गया था। डीआइजी ने एक कार्यक्रम में दावा किया कि उनके आदेश पर ही कोस्ट गार्ड ने नाव को उड़ाया था।

इससे पहले ‘मेक इन इंडिया’ की थीम पर बेंगलुरु में एयरो इंडिया 2015 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। शो के उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि एयरों शो के दसवें संस्करण में हिस्सा बनकर बहुत खुशी महसूस कर रहा हूं। यह कोई ट्रेड फेयर नहीं है, यह हमारे देश के आत्मविश्वास को वैश्विक स्तर पर दर्शाता है। कार्यक्रम में बोलते हुए मोदी ने कहा कि भारत में कारोबार की अपार संभावनाएं हैं। हमने एक्सपोर्ट नीति का सरल बनाने के साथ रक्षा क्षेत्र में विदेशी निवेश को बढ़ाया है। रक्षा उत्पादन क्षेत्र में नौकरियों की अपाल संभावनाएं हैं।

पीएम मोदी ने कहा कि एयरो इंडिया हमारे सपनों की उड़ान है। हमें अपने रक्षा सुधारों को बेहतर बनाना होगा। हमें प्रौद्योगिकी और प्रणालियों को एकीकृत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में रिसर्च और विकास के लिए सरकार हमेशा समर्थन देगी। उन्होंने कहा कि भारत में कारोबार की अपार संभावनाएं हैं। हमने रक्षा क्षेत्र में विदेशी निवेश बढ़ाया है। हमने रक्षा क्षेत्र में विदेशी निवेश को बढ़ाकर 24 फीसदी किया है। हम एक ऐसी योजना शुरू कर रहे हैं जो भारत में एक प्रोटोटाइप के विकास के लिए सरकार 80 फीसद धन उपलब्ध कराएगी।

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