हरसिमरत का आरोप, ढकोसले की राजनीति कर रहे हैं राहुल
नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा में आज फिर सत्ता पक्ष के निशाने पर थे। सत्ता पक्ष ने राहुल पर ढकोसले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि अमेठी में मेगा फूड पार्क प्रोजेक्ट को लेकर वह संसद को भ्रम में रखने की कोशिश कर रहे हैं। इस आरोप का कांग्रेस सदस्यों ने जमकर विरोध किया।
इस बारे में खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर ने कहा कि परियोजना को 11 जुलाई 2014 को ही बंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि क्या आप दस महीने तक सोए थे? उन्होंने राहुल पर ही बदले की राजनीति करने का आरोप लगाया। इस हमले का सत्ता पक्ष के सदस्यों ने समर्थन किया वहीं कांग्रेसी सदस्यों ने विरोध किया।
गौरतलब है कि राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को फूड पार्क को लेकर सरकार पर हमला किया था। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी पर बदले की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह बदलाव की राजनीति नहीं बदले की राजनीति कर रहे हैं।
मेगा फूड पार्क की योजना संप्रग एक के कार्यकाल में बनी थी
अमेठी संसदीय क्षेत्र के लोगों को मेगा फूड पार्क का सपना अस्सी के दशक में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दिखाया था, लेकिन इसे अमली जामा पहनाने की योजना पहली संप्रग सरकार में बनी। वक्त का तकाजा कहें या कुछ और कि जब भी किसानों से जुड़ी इस बड़ी योजना को जमीन पर लाने की कवायद शुरू की गई तो हालात साथ नहीं रहे।
मेगा फूड पार्क की स्थापना के लिए किसानों के साथ ही निवेशकों को भी अमेठी तक लाना कठिन काम था। जब बिडला ग्रुप ने अमेठी में पार्क विकसित करने की हामी भरी तो तत्काल इस पर काम भी शुरू कर दिया गया। पार्क को पहले रायबरेली जिले के अमेठी संसदीय क्षेत्र के तिलोई तहसील में स्थापित करने की योजना थी, लेकिन एक जुलाई 2010 को रायबरेली जिले के तिलोई, सलोन व सुलतानपुर जिले के गौरीगंज, अमेठी, मुसाफिरखाना को जोड़कर अमेठी नया जिला बन गया। जिसके चलते योजना की रफ्तार मंद हो गई। अंतत: राहुल गांधी ने सात अक्टूबर 2013 को 72 एकड़ में स्थापित होने वाले पार्क की आधारशिला रखी। इसके बाद इस पर कोई काम नहीं हुआ।
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