मोदी की यात्रा से भारत और चीन के बीच विश्वास बढ़ेंगा
बीजिंग । चीनी विशेषज्ञों ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा से भारत और चीन के बीच टकराव में खासी कमी आएगी। साथ ही दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली में बढ़ोतरी होगी। शंघाई इंस्टीट्यूट फार इंटरनेशनल स्टडीज में भारतीय विषयों के अनुसंधानकर्ता लियु झोंगयी ने कहा कि मोदी और चीनी प्रधानमंत्री ली कछयांग के संयुक्त वक्तव्य से जाहिर है कि कई व्यवहारिक कदम उठाए गए हैं जिनको जल्द अमल में लाया जाएगा। इससे टकराव के हालात बहुत क्षीण हो जाएंगे। खासकर संयुक्त वक्तव्य में सड़क मार्ग से जोड़ने के पहलु का उल्लेख नहीं है। लेकिन दोनों देश एशियाई आधारभूत ढांचे के निवेश बैंक के विकास की गति बढ़ाने पर सहमत हैं। इसीतरह, सेंटर फार साउथ एशियन स्टडीज आफ चाइनीज एकडमी ऑफ सोशल साइंसेज के महासचिव ये हेलिन ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने के साथ ही देशवासियों के बीच संपर्क बढ़ने से द्विपक्षीय रिश्ते मजबूत होंगे। चीनी भाषा के अखबार ग्लोबल टाइम्स में प्रकाशित लेख के अनुसार चीनी उद्योग जगत के लिए भारत वह देश है जहां जाने की आवश्यकता है। 1.28 अरब की आबादी, तेजी से बढ़ता आधारभूत ढांचा और उपभोक्ताओं से भरा बाजार भारत का मुख्य आकर्षण है। चीनी अखबार का मानना है कि जापान और दक्षिण कोरिया ने पिछले कई सालों में पहले से ही भारतीय बाजारों में पैठ बना रखी है। उस लिहाज से चीनी कंपनियों की भारतीय बाजार तक पर्याप्त पहुंच नहीं है।
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