स्पॉट फिक्सिंग: दागी खिलाड़ियों पर लगेगा आजीवन प्रतिबंध!

Spot fixingनई दिल्ली ,19 मई 2013 – क्रिकेट जगत को सन्न करने वाले सट्टेबाजी के मकड़जाल को तोड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अपनी जांच का दायरा बढ़ा दिया है। इस सेल की टीमों ने सुरागों और सुबूतों की तलाश में मुंबई, अहमदाबाद, कोलकाता और हैदराबाद समेत कई अन्य शहरों में छापेमारी शुरू कर दी है। जल्द ही कुछ और सटोरिये उसके हत्थे चढ़ सकते हैं। पुलिस को शक है कि कुछ और मैचों में स्पॉट फिक्सिंग हुई है। इनमें से एक 3 मई को कोलकाता में केकेआर और राजस्थान रॉयल्स के बीच खेला गया मैच है। इस मैच में चंदीला, श्रीसंत नहीं खेल पाए थे, केवल चव्हाण खेला था। मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच भी अपने दो बड़े सटोरिये की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है। इस बीच, बीसीसीआइ की आज चेन्नई में अहम बैठक हो रही है। सूत्रों का कहना है कि इसमें सट्टेबाजी में लिप्त तीनों खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया जा सकता है। लेकिन इसकी घोषणा जांच पूरी होने के बाद की जाएगी। इस बैठक में राजस्थान रॉयल्स की टीम मैनेजमेंट के साथ बोर्ड के एंटी करप्शन यूनिट के प्रमुख रवि स्वानी हिस्सा ले रहे हैं।

अपने इलाके के मामले का भंडाफोड़ दिल्ली पुलिस की ओर से किए जाने से हाथ मलती रह गई मुंबई पुलिस के क्राइम ब्रांच के संयुक्त आयुक्त हिमांशु राय ने इस बिना पर श्रीसंत से पूछताछ करने के संकेत दिए हैं कि आइपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग से जुड़े कुछ सटोरिये मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किए हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अपनी गिरफ्त में आए तीन क्रिकेटरों-श्रीसंत, अंकित चव्हाण और अजित चंदीला की काली कमाई की तलाश तेज कर दी है। पुलिस की एक टीम ने शनिवार को फरीदाबाद स्थित अजित चंदीला के घर पर छापेमारी की, लेकिन उसे कुछ खास हाथ नहीं लगा।

पुलिस अधिकारी सट्टेबाजी में मिली रकम को रिश्तेदार या किसी परिजन के बैंक खातों में जमा कराने की आशंका जता रहे हैं। अब पुलिस खिलाड़ियों के बैंक खातों की पड़ताल करेगी। इससे साफ होगा कि उनके खाते में कब कितनी रकम जमा कराई गई और निकाली गई। स्पेशल सेल के आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने यह स्पष्ट किया कि तीनों क्रिकेटर स्वेच्छा से बिना किसी दबाव के रुपयों के लिए यह काम कर रहे थे। उन्होंने खिलाड़ियों की अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने संबंधी चर्चाओं को सिरे से नकार दिया।

श्रीसंत के खिलाफ सुबूत के संबंध में बताया कि वह सीधे सट्टेबाजों के संपर्क में नहीं था, लेकिन जीजू जिस फोन से बात करता था, उसी से श्रीसंत ने भी कई कॉल किए। जीजू का फोन टैप हो रहा था। इसमें श्रीसंत की भी आवाज है। स्पेशल सेल को चंडीगढ़ के एक पांच सितारा होटल में 9 मई को सट्टेबाजों के साथ अजीत चंदीला की बैठक होने की जानकारी भी मिली है। सेल ने होटल से सीसीटीवी फुटेज हासिल कर ली है। स्पेशल सेल के अधिकारियों ने बताया कि आइपीएल मैचों का प्रसारण करने वाले चैनल सेट मैक्स से 5 मई को जयपुर, 9 मई को मोहाली और 15 मई को मुंबई में हुए मैचों की मूल फुटेज मांगी गई है ताकि यह पता किया जा सके कि संपादित फुटेज में कुछ मिसिंग तो नहीं है।

शनिवार को स्पेशल सेल के लोधी कालोनी स्थित कार्यालय में श्रीसंत, चंदीला और चव्हाण को आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की गई। इस पूछताछ का मकसद सटोरियों से मिली जानकारी की पुष्टि करना है। एक अधिकारी के अनुसार, चव्हाण को 60 लाख रुपये मैच समाप्ति के बाद मिलने थे, जो गिरफ्तारी होने तक उसके पास नहीं पहुंचे थे। श्रीसंत को मोहाली में मैच के दौरान 40 लाख देने का फैसला हुआ था, मगर उसके साथी जीजू जर्नादन के पास 10 लाख रुपये एडवांस आया था। चंदीला को भी जयपुर वाले मैच के लिए 40 लाख में से 20 लाख एडवांस में दिए गए थे, लेकिन वह मैच में इशारा करना भूल गया। इसी वजह से सट्टेबाज उससे रकम वापस मांग रहे थे।

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