जग्रेवाल बास्केटबॉल खिलाड़ियों से हुए रूबरू
ब्रैम्पटन। बास्केटबॉल खेलते हुए बच्चों में से सभी लोग उनमें भविष्य के बेहतरीन खिलाड़ी या ओलम्पियनस देखते हैं। परन्तु राज ग्रेवाल का मानना हैं कि ऐसे बच्चों में से कुछ भविष्य के उम्दा सांसद भी बन सकते हैं।
गोर मैडॉज कम्युनिटी सेंटर पर आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए ब्रैम्पटन पूर्व के लिबरल सांसद ग्रेवाल ने कहा कि एक दिन अवश्य ये बच्चे ब्रैम्पटन का प्रतिनिधित्व करते हुए यहां की राजनीति में कोई बड़ा परिवर्तन लाएंगे। सूत्रों के अनुसार ग्रेवाल वहां उपस्थित 150 युवाओं को संबोधित कर रहे थे जो प्रत्येक रविवार को दोपहर में बास्केटबॉल खेलते हैं।
उन्होंने आगे कहा कि यह युवाओं का एक बेहतरीन समय बीताने का खेल हैं, जिसमें कभी कभार अन्य राजनीतिज्ञ जैसे रक्षामंत्री हरजीत सज्जन आदि भी भाग लेते हैं। ग्रेवाल ने कहा कि मैं किसी पर भी इस खेल को खेलने के लिए दबाव नहीं देता चाहता, मैं बस यहीं चाहता हूं कि सभी लोग बास्केटबॉल के मैदान पर आएं, और यदि खेलने की इच्छा न हो तो इसे देखें, वहीं मेरे लिए बोनस होगा। मेरे अनुसार बास्केटबॉल और राजनीति के मध्य एक संबंध हैं।
15 वर्ष पूर्व, जब वह युवा थे, ग्रेवाल वहां मिले थे अपने युवा साथी नवदीप बेन्स से, उस समय बेन्स 2004 तक अपना कार्यालय स्थापित करने की सोच रहे थे, वह एक काबिल व जुझारु कार्यकर्त्ता थे, उस ग्रेवाल ने उन्हें अपना एक प्रशिक्षक बनाया और अब वह दोनों ही एक अच्छे मित्र और संसद में सहयोगी हैं। बेन्स पिछले कुछ वर्षों से लगातार जीत रहे हैं सिवाय 2011 चुनावों के जब वह हारे थे और आज वह वर्तमान सरकार में शोध, विज्ञान व आर्थिक विकास मंत्री हैं, ग्रेवाल भी उन्हीं की राह पर हैं जब सरकार द्वारा अपनी पार्टी के छोटे मंत्रियों को बड़ी जिम्मेदारियां दी गई और उन्हें बड़े पदों पर आसीन किया गया।
30 वर्षीय ग्रेवाल लंबे समय इस खेल से जुड़े हुए हैं, अपनी स्नातक शिक्षा वीलफ्रील्ड लॉरीयर युनिवर्सिटी से करने के पश्चात उन्होंने वाणिज्य व कानून की शिक्षा प्राप्त की, लेकिन उस समय यह उनके लिए एक बहुत महंगी चाहत थी क्योंकि उस समय इस डिग्री की पढ़ाई का खर्चा 150,000 डॉलर था, लेकिन उन्होंने इसके लिए बै स्ट्रीट में काम करके अपनी पढ़ाई पूरी की थी।
अपनी इच्छित नौकरी पाने के पश्चात ग्रेवाल ने कुछ अन्य करने की सोची और उन्होंने राजनीति में आने का मन बनाया, इसके लिए वह सबसे पहले सांसद बने और पार्टी को आगे बढ़ाने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं।
Comments are closed.