ब्रेन गेन में बदल सकता है ब्रेन ड्रेन: PM मोदी
नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों को आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने वाले प्रवासी भारतीय केंद्र का आज यहां उद्घाटन किया। इस मौके पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी मौजूद थीं। पीएम ने कहा कि सालों से हम सुनते आए हैं कि देश में पढ़-लिखकर लोग विदेश चले जाते हैं। लेकिन मेरा मानना है कि ब्रेन ड्रेन ब्रेन गेन में बदल सकता है। उन्होंने कहा कि भारत कभी भी जमीन का भूखा नहीं रहा।
समारोह का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर इस केंद्र की शुरुआत की जा रही है। गांधी जी देश से बाहर गए लेकिन यह वह राष्ट्र निर्माण के लिए स्वदेश लौटकर आए। उन्होंने कहा कि यह केंद्र प्रवासी भारतीयों के कल्याण के लिए समर्पित है। पूरी दुनिया आज तेजी से बढ़ रहे भारत की तरफ उत्सुकता से देख रही है। इनमें कुछ स्थितियां बाधक भी हो सकती है लेकिन यह प्रवासी केंद्र इस तरह की बाधाओं को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
ब्रेन ड्रेन की समास्या पर पीएम मोदी ने कहा कि विश्व में पहुंचे किसी भी हिन्दुस्तानी के लिए इस घटना से बड़ी कोई प्रेरणा नहीं हो सकती। ये एक ऐसी घटना है जो विश्व भर में फैले समुदाय को भारत के साथ जुड़ने का एहसास कराती है। पीएम ने कहा कि सालों से हम देखते सुनते आए हैं कि हमारे लोग पढ़ लिखकर विदेश चले जाते हैं। विश्व भर में फैले हुए भारतीय समुदाय की ताकत का इस्तेमाल कर ब्रेन ड्रेन को ब्रेन गेम में बदला जा सकता है।
पीएम ने कहा कि नीति आयोग के दस्तावेज में प्रावासी भारतीय के प्रभाव को स्वीकारा गया है। दुनिया के करीब 150 से ज्यादा देशों में प्रवासी भारतीय रहते हैं। दुनिया के बहुत से ऐसे देश हैं जहां सरकार का मिशन भले ही ना पहुंचा हो लेकिन कोई ना कोई प्रवासी भारतीय जरूर पहुंचा है।
मोदी ने कहा कि यह देश कभी जमीन का भूखा नहीं रहा है, कभी किसी देश पर आक्रमण नहीं किया। हमारे प्रवासी भारतीय विदेश जाकर राजनीति नहीं करता है। वहां के समाज से घुल मिल जाते हैं। लेकिन अपने उसूलों को हमेशा जीवित रखते हैं। मोदी ने कहा कि भारत में टूरिज्म सेक्टर का बड़ा कारोबार है। दुनिया में 200 साल पुरानी विरासतें देखने को मिलती हैं, लेकिन हम 5 हजार साल से शुरू करते हैं।
दिल्ली में हुए इस प्रवासी भारतीय केंद्र के उद्घाटन के मौके पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह और एमजे अकबर मौजूद थे। इस दौरान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि यह भवन ईंट और गारा चूने का ढांचा मात्र नहीं है बल्कि यह उन पूर्वजों का एक स्मारक है जो विदेश गये थे और जिन्होंने देश के निर्माण में भूमिका निभायी है। उन्होंने कहा कि इस केंद्र से प्रवासी भारतीयों को सभी तरह की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी।
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