पायलट पर लगे आरोप के पश्चात एयरलाइन्स ने फिटनेस को किया सुनिश्चित
औटवा। केंद्रीय परिवहन मंत्री मार्क गारन्यू ने बताया कि उन्होंने सख्ती के साथ पैसेंजर एयरलाईन्स द्वारा जारी फिटनेस प्रमाण की जांच आरंभ कर दी हैं, पिछले हफ्ते एयरलाइन्स के एक पायलट पर इस प्रकार का आरोप लगाया गया था, जिसके कारण यात्रियों की सुरक्षा में संदिग्धता में पड़ गई है। गौरतलब हैं कि विमानन सुरक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि शराब पिए हुए पायलट पर की गई कार्यवाही संदिग्ध स्थिति में हुई जिसके लिए उन्हें बहुत अधिक आश्चर्य हो रहा हैं। कालग्रे पुलिस ने बताया कि 37 वर्षीय पायलट मीरोस्लेव ग्रोनयच पर नशे की हालत में हवाई जहाज चलाने व उनके रक्त में शराब की मात्रा का अधिक पाएं जाने की पुष्टि होने के पश्चात उन पर यह दंड प्रमाणित हो गया। कोर्ट के दस्तावेजों के अनुसार र्ग्रोनयच को केवल 1000 डॉलर के छोटे जुर्माने के पश्चात बेल पर छोड़ दिया गया, और उसे उसका जब्त पासपोर्ट भी लौटा दिया गया। बेल मिलने तक उनके ऊपर कैनेडा में प्लेन उड़ाने की इजाजत भी नहीं थी। जिसे भी हटा लिया गया। सूत्रों के अनुसार रेगीना और विनीपेग में रुकने वाले बाईंग 737 को कालग्रे में आपात स्थिति में उतारा गया, जिसे आगे केनकन, मैक्सिको ले जाया गया। पुलिस ने ग्रोनयच पर आरोप लगाया कि जांच में पाया गया कि हवाई जहाज के कैप्टन की स्थिति विमान चलाने की नहीं हैं, उसके कंधे झुके हुए हैं जिसके कारण वह इस स्थिति में विमान नहीं चला सकता। गारन्यू के एक प्रवक्ता ने बताया कि एयरलाइन्स की सुनिश्चितता से उनके प्रोटोकॉल पर एक दुविधा की स्थिति उत्पन्न हो गई, विभाग को अपनी त्रुटि पर पुन: विचार करते हुए कार्यवाही करनी चाहिए। सनवींग ने अपनी सफाई में कहा कि अत्यधिक ठंड के कारण उन्होंने कुछ मात्रा शराब पी रखी था, जिस प्रकार सभी रेल कर्मचारी भी शरीर में गर्मी लाने के लिए शराब का सेवन करते हैं। परिवहन मंत्रालय द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि जल्द ही इस मामले की स्पष्ट जांच सामने आएंगी और यदि कार्यवाही करने की आवश्यकता हुई तो वह भी अवश्य होगी।
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