अमेरिका देगा सीरियाई विपक्षियों को सैन्य सहायता
वाशिंगटन,सीरिया में विपक्ष को अमेरिका सैन्य सहायता देगा। अमेरिका ने शुक्रवार को पहली बार यह घोषणा की। अमेरिका ने हालांकि सैन्य सहायता को लेकर विस्तृत जानकारी नहीं दी है, केवल इतना कहा है कि यह विपक्षियों को पहले से दी जा रही सहायता की तुलना में अधिक व्यापक होगा।बीबीसी’ के अनुसार, व्हाइट हाउस के प्रवक्ता बेन रॉड्स ने कहा कि राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यह निर्णय अपने प्रशासन द्वारा इस नतीजे पर पहुंचने के बाद लिया कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद की सेना ने विद्रोहियों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है। अमेरिका ने गुरुवार को सीरिया के सुरक्षा बलों पर विद्रोहियों के खिलाफ रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल का आरोप लगाया था।
मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र आयुक्त नवी पिल्लै ने गुरुवार को कहा था कि सीरिया में मार्च 2011 से अप्रैल 2013 के बीच संघर्ष में मरने वालों की संख्या बढ़कर 92,901 पहुंच गई है। इस बीच, रूस ने कहा कि सीरिया पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल को लेकर लगाया गया अमेरिका का आरोप भरोसे लायक नहीं है। रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के वरिष्ठ सहयोगी युरी उषाकोव ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका ने रूस को इस संबंध में कुछ सबूत मुहैया कराए हैं, लेकिन ये आश्वस्तकारी नहीं हैं।
वहीं, उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सचिव एंडर्स फॉग रासमुसेन ने सीरियाई सुरक्षा बलों पर रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के अमेरिका के आरोप का स्वागत करते हुए कहा कि सीरिया की सरकार इससे संबंधित खबर की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र की टीम को वहां पहुंचने दे।
इस मुद्दे पर ब्रिटेन ने भी अमेरिका से सहमति जताई है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री विलियम हेग ने कहा कि इस सप्ताह होने वाली जी-8 की बैठक में सीरिया संकट पर चर्चा की जाएगी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून के प्रवक्ता ने हालांकि कहा कि वह अब भी सीरिया में संघर्ष के किसी भी तरह के ‘सैन्यीकरण’ के पक्ष में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सीरियाई नागरिकों को शांति की आवश्यकता है, न कि हथियारों की।
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