‘स्टोलन वालोर’ के आरोप में सज्जन के इस्तीफे की मांग

संसद में प्रशनकाल के दौरान विपक्षी सांसद द्वारा हरजीत सज्जन पर ‘स्टोलन वालोर’ के आरोप के पश्चात राजनैतिक माहौल पुन: गर्मा गया हैं। जिसके कारण पूरे अधिवेशन में भारी हंगामा हुआ, हाऊस ऑफ कॉमनस में विपक्षियों द्वारा सज्जन के इस कृत के लिए सार्वजनिक माफी की मांग रखी जा रही थी, सूत्रों के अनुसार 2006 में अफगानिस्तान में हुए युद्ध के दौरान कमजोर युद्ध कला तैयार करने के कारण सज्जन पर यह आरोप लगाया गया, और देश के सम्मान में हुई हानि के कारण उनसे सार्वजनिक माफी की मांग उठाई। विपक्षी नेता रोना एम्ब्रोस का मानना हैं कि सज्जन द्वारा माफी नहीं मांगने के पीछे प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो हैं, उनके प्रोत्साहन के कारण सज्जन द्वारा सार्वजनिक माफी से सज्जन कतरा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार ‘स्टोलन वालोर’ का अर्थ होता हैं कि किसी दूसरे की बहादुरी भरे कार्य को अपने नाम से व्याखित करना। एम्ब्रोस ने कहा कि ऐसे मंत्री के कारण जो सेना को भलीभांति निर्देश देने में असमर्थ रहा हो, को तुरंत अपने पद से हट जाना चाहिए। जिसके कारण सेना द्वारा गिरते मनोबल को उठाया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि सेना के लोग अपनी पहचान बताने में सकुंचित हो रहे हैं, परन्तु ऐसा नहीं होना चाहिए। इसके लिए दोनों पक्षों में आपसी सौहार्द होना बहुत आवश्यक हैं। अपनी छवि सुधारने और ओंटेरियो के विभाग में इस सेवा के कर्मचारियों से बात करनी होगी। उन्होंने कहा कि कैनेडा सदा ही अपने पड़ोसियों के मैत्री पूर्ण व्यवहार ही उचित होगा।

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