पंजाब में जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट बनाने का गिरोह
टोरंटो- सक्रिय है जिसके सहारे स्टडी वीजा पर विदेश भेजने के नाम पर ठगी का खेल एक बार फिर हो गया है। कुछ महीने पहले जालंधर पुलिस की ओर से जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट तैयार करके कुछ स्टडी वीजा संचालकों को देने वाले गिरोह का पर्दाफाश करके गिरोह से जुड़े कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।
अब पिछले दिनों जमानत पर बाहर आए गिरोह के इन सदस्यों ने फिर से कपूरथला तथा दोआबा के अन्य दूसरे जिलों में जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट तैयार करने का काला कारोबार शुरू कर दिया है। इस पूरे मामले में सबसे हैरानी वाली बात तो यह है कि इस गिरोह की ओर से बेचे गए कई आईलैट्स सर्टीफिकेटों की मदद से बड़ी संख्या में विद्यार्थी स्टडी वीजा लेकर विदेशों में पहुंच भी चुके हैं।
गौरतलब है कि दोआबा में स्टडी वीजा के नाम पर जाली दस्तावेज तैयार करने वाले कई स्टडी वीजा संचालकों को पिछले दिनों जालंधर पुलिस ने एक बड़े आप्रेशन के तहत गिरफ्तार कर लिया था। इससे कुछ महीने पहले जालंधर पुलिस ने ही एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए स्टडी वीजा के लिए सबसे जरूरी आईलैट्स सर्टीफिकेट खुद ही तैयार करने वाले एक बड़े गिरोह के कई सदस्यों को बड़ी संख्या में जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट सहित गिरफ्तार किया था।
बताया जाता है कि जेलों में बंद इन गिरोहों के सदस्यों की जमानत होने पर जाली दस्तावेज तैयार करने वाले कई व्यक्तियों के इस कारोबार में मोटी कमाई होने के परिणामस्वरूप एक बार फिर से कपूरथला जिले सहित पूरे दोआबा क्षेत्र में कुछ स्टडी वीजा संचालकों की मिलीभगत से जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट तैयार करने के धंधे ने फिर से जोर पकड़ लिया है।
सूत्र बताते हैं कि अंग्रेजी में बेहद कमजोर विद्यार्थियों से 1 लाख से लेकर 2 लाख की रकम लेकर उनकी फाइलों में जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट लगा दिया जाता है, जिसकी संबंधित एम्बैसी में कोई खास पड़ताल न होने से संबंधित विद्यार्थी का स्टडी वीजा भी लग जाता है।
अभी भी कई केसों में आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड तथा कैनेडा से संबंधित कुछ कालेजों की ओर से जांच करने पर जाली पाए गए आईलैट्स सर्टीफिकेटों के परिणामस्वरूप कई स्टडी वीजा संचालकों की फीसें रोककर उनको ब्लैक लिस्ट भी कर दिया गया है, पर फिलहाल इन कालेजों की ओर से अपने कारोबार के लिए इस संबंधी संबंधित जिले की पुलिस के पास कोई शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई है।
बताया जाता है कि पिछले दिनों संबंधित एम्बैसियों ने कई विद्यार्थियों के दस्तावेज जाली होने करके उनके वीजे रिफ्यूज किए हैं, पर फिलहाल उनकी शिकायत किसी भी थाना क्षेत्र की पुलिस के पास नहीं की गई है। यदि सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट का कारोबार करने वाले इन स्टडी वीजा संचालकों की कभी भी विदेशी एम्बैसियों की गाज गिर सकती है तथा पुलिस उनके खिलाफ मामले भी दर्ज कर सकती है। फिलहाल जिला पुलिस के ढीले रवैये के कारण जाली आईलैट्स सर्टीफिकेट का कारोबार जोरों पर है।
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