प्रमुख बदलावों की मांग के साथ अमेरिका ने नाफ्ता पर चर्चा प्रारंभ की
वाशिंगटन। सूत्रों के अनुसार नाफ्ता की प्रथम चर्चा हेतु अमेरिका ने अपनी वार्ता प्रारंभ कर दी, जिसमें उन्होंने माना कि पुन: समझौता को लेकर उत्तर अमेरिका मुक्त व्यापार अनुबंध में और अधिक सुधार किया जाएं। आगामी कुछ दिनों में उत्तरी अमेरिका में हुए बदलावों को लेकर यह फैसला लिया गया और उत्तरी व दक्षिणी महाद्वीपों के लाभों के लिए यह बदलाव उचित ठहराएं गए। अमेरिका की इच्छा अनुसार कुछ बदलाव ऐसे किए गए हैं जो अमेरिका द्वारा पहले से ही किए जा रहे हैं, अमेरिका का मानना हैं कि इन बदलावों से दोनों देशों में उद्योग जगत के बदलावों को समझा जाएगा और एक नई क्रांति आएंगी। अमेरिकी अधिकारी जार के अनुसार वर्तमान नाफ्ता डील में बहुत अधिक समस्याएं उत्पन्न हो रही थी, जिसके कारण बहुत से अमेरिकीयों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था, वर्तमान डील के कारण सामाजिक बदलावों से कई लोगों ने अपने रोजगार से हाथ धो बैठा और कई उद्योग बंद होने की कगार पर पहुंच गए। इन्हीं कारणों को समझते हुए इन बदलावों को अंजाम दिया गया, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार की कोई आर्थिक व सामाजिक समस्या उत्पन्न न हो सके। सरकारी अधिकारी द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार कैनेडा ने अभी हाल ही में मुक्त व्यापार अनुबंध के अंतर्गत यूरोप के साथ एक औद्योगिक डील हस्ताक्षर किए, जिसमें पर्यावरण परिवर्तन मुद्दे पर भी कार्य करने की बात कहीं गई हैं और इसे सीटा का नाम दिया गया। अंतरराष्ट्रीय व्यापार विशेषज्ञ पीटर क्लार्क के अनुसार सीटा कैनेडा के लिए एक उत्तम चयन होगा और टीपीपी द्वारा इस कार्य को और अधिक सुचारु रुप से किया जा सकेगा जो अमेरिका की तुलना में कहीं अधिक सरल होगा। क्लार्क के अनुसार कैनेडा को सीटा द्वारा अधिक लाभ होगा, जबकि अमेरिका के भरोसे पर पैरीस जैसा हाल होने की संभावना हो सकती हैं। आगामी नाफ्ता बैठक के दौरान कैनेडा को कोई भी नई डील करने से पूर्व बहुत अधिक विचार-विमर्श करना होगा।
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