लोक सेवा के अंतर्गत मुस्लिम महिलाओं को बुर्खा पहनने की इजाजत
नया क्यूबेक कानून संवैधानिक अधिकारों को धर्म के नाम पर नष्ट करेगा : ओंटेरियो एजी
मॉन्ट्रीयल। नए कानून को पारित करते हुए क्यूबेक सरकार ने लोक सेवा के अंतर्गत बुर्खा पहनने की इजाजत दे दी हैं। और यहां तक की अब यदि आप बस में सफर कर रहे हैं तो भी ऐसा कर सकते हैं। विपक्षियों के अनुसार यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि इस बिल को पारित करने वाले सदस्य अधिकतर मुस्लिम हैं जो मुस्लिम महिलाओं को सुविधा पहुंचाने के लिए ऐसा निर्णय सुना रहे हैं। प्रीमियर फिलीपी काउइलर्ड ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में क्यूबेक की सुरक्षा को लेकर यह निर्णय लिया गया था, कि सार्वजनिक स्थानों और कहीं भी आवा गमन में कोई भी महिला या पुरुष अपना चेहरा नहीं ढकेंगा।बिल 62 के विरोध में लिबरल सरकार का कहना हैं कि इस प्रकार के कानून से सभी धर्मों को बढ़ावा मिलेगा और इस प्रकार के नियम से किसी भी धर्म को कोई भी हानि नहीं होगी। हमारे देश में सभी धर्म समान हैं और उन्हें उनके धार्मिक नियमों से जीने का पूर्ण अधिकार प्राप्त होना चाहिए न कि उनके किसी भी धर्म की कोई बात से उन्हें प्रताड़ित किया जाएं। गौरतलब हैं कि बिल 62 में कहा गया था कि कोई भी महिला किसी भी सार्वजनिक स्थान पर या अपने कार्यस्थल पर अपना मुंह ढ़ककर काम न करें इससे उसकी पूर्ण पहचान करना कठिन होता हैं और किसी भी आपत्ति कारण स्थिति में उसे पकड़ना कठिन हो जाता हैं। उसे अपने धर्म की मर्यादा के साथ साथ देश की सुरक्षा का भी ध्यान रखते हुए ऐसे धार्मिक नियमों को अपनाना चाहिए जिससे उसके धर्म का भी पालन हो सके। काउलार्ड ने कहा कि इस नियम से केवल क्यूबेक वासी ही नहीं अपितु सभी कैनेडियनस भी प्रसन्न थे, जिससे धर्म की आड़ में किसी से भी असुरक्षित कार्य न करवाया जा सके। इस निर्देश के पश्चात लिबरल्स को कैनेडियनस का पूरा सहयोग मिला। इसके पश्चात उन्होंने लोगों से कहा मुंह नहीं ढकने से आप हमसे सीधी वार्ता कर सकते हैं और हम आपसे सीधी बातचीत कर पाएंगे। जब जबान सही हैं तो हम खुलकर क्यों न बात करें।
उन्होंने कहा कि इस प्रकार से नियम थोपना लिबरल्स का एक भद्दा मजाक हैं, अब इसका निर्णय आपको करना हैं कि अपना मुंह ढकें या नहीं । बिल 62 में यह भी कहा गया कि नकाब एक धार्मिक चिन्ह या कोई धार्मिक कपड़ा नहीं जिसके कारण किसी के धर्म को आहत पहुंचती हैं इसलिए इसे अनिवार्य करना या इसे धर्म से जोड़ना गलत होगा।
क्यूबेक कानूनविदों ने विवादित धार्मिक बिल के पक्ष में मत दिया
क्यूबेक। विधानसभा में विवादित क्यूबेक धार्मिक अपक्षपात बिल को नागरिकों के प्रति संवेदना दिखाते हुए पारित कर दिया गया। जिसमें यह कहा गया कि अब कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर या अपने कार्यस्थलों पर अगर इच्छा हो तो अपना मुंह ढककर काम कर सकते हैं। अर्थात् अब मुस्लिम महिलाएं नकाब पहन सकती हैं। इसे पक्ष में 66 मत मिले और विपक्ष 51 जिसके पश्चात इसे राष्ट्रीय विधानसभा में मतदान के लिए भेजा जाएगा। उनके अनुसार नकाब के पहनावे में मनाही से महिलाओं के अधिकारों का हनन होगा इसलिए इसे पारित करना चाहिए। अगर इस कानून में कुछ और धार्मिक बिन्दु पाएं जाते हैं तो इसे मान्यता प्रदान कर दी जाएगी।
Comments are closed.