कांग्रेस के मिशन राहत में वाहन व रास्ते बने बाधा
ऋषिकेशा। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली से उत्तराखंड में आपदा ग्रस्त क्षेत्र के लिए दो दिन पूर्व 100 ट्रक रवाना कर चुके है। बड़े ट्रक पहाड़ में नहीं जा सकते, छोटे ट्रक आपदा देख जाने को तैयार नहीं है। यह तमाम हालात कांग्रेस के राहत मिशन में बाधा बन रहे है। इन सबके बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश सह प्रभारी संजय कपूर ने दावा किया कि 56 ट्रक रसद ऋषिकेश से रवाना की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ केदारघाटी का हवाई निरीक्षण कर चुकी कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने दो दिन पूर्व नई दिल्ली से 100 बड़े ट्रक रसद पीडि़त क्षेत्रों के लिए भिजवाया था। दस टायर वाले इन बड़े ट्रकों से राहत सामग्री यहां पहुंच चुकी है। युकां के गढ़वाल लोकसभा क्षेत्र अध्यक्ष हिमांशु बिजल्वाण व राहत कार्य प्रभारी हरियाणा सोहना के युकां विस क्षेत्र अध्यक्ष ओमप्रकाश पंचाल को ऋषिकेश में इन वाहनों की व्यवस्था करने का दायित्व दिया गया है। राहत अभियान में सबसे बड़ी परेशानी यह है कि बड़े ट्रक रसद लेकर नहीं जा सकते यहां छोटे ट्रकों को किराए पर लेकर उनमें दिल्ली से आई सामग्री को शिफ्ट किया जा रह है। जिसके बाद यह वाहन श्रीनगर भेजे जा रहे है। समस्या यह है कि दो दिन में यह सभी ट्रक से आई रसद गंतव्य तक नहीं पहुंच पाई है। कुछ ट्रक जो रवाना किए गए थे वह रास्ता टूटने के कारण फंसे है।
समस्या यह भी है कि आपदा में वाहनों की छति को देखते हुए पहाड़ पर चलने वाले ट्रक आसानी से नहीं मिल रहे है। वर्तमान में देहरादून रोड़ स्थित पार्टी कार्यकर्ता के भूखंड में अभी भी दस बड़े ट्रक खड़े है जिन्हें खाली कराकर छोटे वाहनों से भेजा जाना है। विकास उपाध्याय ने बताया कि युकां के 200 वालींटियर इस अभियान से जुड़े है। राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव साटव स्वयं अगस्तयमुनि में है। जितनी भी रसद छोटे वाहनों से श्रीनगर लाई जा रही है उनमें अनाज व अन्य सामग्री के किट बनाकर आगे भेजा जा रहा है। रास्ते की खराबी से इस काम में परेशानी आ रही है। कार्यकर्ता व्यवस्था में जुटे है। एआईसीसी सचिव व उत्तराखंड के सह प्रभारी संजय कपूर ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो जिम्मा हमें सौंपा है उसे बखूबी निभाया जा रहा है। बड़े ट्रक पहाड़ में नही जा सकते इसलिए छोटे ट्रकों की व्यवस्था की जा रही है। आपदा को देखते हुए वाहन मिलने में परेशानी हो रही है। मंगलवार को 32 और बुधवार को 24 ट्रक रसद श्रीनगर के लिए भिजवाई जा चुकी है। सभी प्रांतों से संगठन इस राहत में सहयोग कर रहे है। अखिल भारतीय कांग्रेस सेवादल के मुख्य संगठक महेंद्र जोशी ने इस मुद्दे पर सियासत न करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पहाड़ की पीड़ा को समझा और रसद भिजवाई। इसको लेकर भी अफवाह फैलाई जा रही है। इससे हमारे मिशन को कोई फर्क नहीं पड़ता। संगठन के कार्यकर्ता जितनी भी रसद आएगी उसे जरूरत मंदों तक पहुंचाएंगे। हरियाणा के ट्रक चालक सोमवीर ने बताया कि हम लोग हरियाणा से रसद लेकर दिल्ली पहुंचे, दिल्ली से ऋषिकेश। इससे आगे जाने की जहमत हम नहीं उठा सकते। पहाड़ पर चलने का हमें तर्जुबा नहीं है। लंबे सफर में परेशानी तो हुई है मगर हालात को देखते हुए यह परेशानी छोटी लगती है। हरियाणा के ही दूसरे ट्रक चालक मक्खन सिंह ने बताया कि कुछ छोटे ट्रक थे जो ऋषिकेश से आगे चले गए है। हमारे साथ बड़े वाहन की दिक्कत तो है हज् यादा दिन यहां खड़ा रहने से परेशानी तो होनी है। हम तो चाह रहे है कि हमारा ट्रक खाली हो हम वापस लौटें। गाड़ी खड़े रहने से नुकसान होगा।
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