उत्तम क्रिसमस ट्री प्राप्त करने के कुछ टिप्स
राष्ट्रीय क्रिसमस ट्री दिवस से पूर्व जारी किए गए कुछ सुझाव
टोरंटो। सूत्रों के अनुसार आगामी 2 दिसम्बर को राष्ट्रीय क्रिसमस ट्री दिवस हैं, लेकिन अभी भी कुछ लोगों को इस प्रमाणिक वृक्ष की गुणवत्ता परखने में परेशानी आती हैं और वह एक अच्छा क्रिसमस ट्री नहीं खरीद पाते, ऐसे लोगों के लिए हम सात बहुमूल्य जानकारी लाएं हैं, जिन्हें प्राप्त कर वह एक उत्तम क्रिसमस ट्री अपने घर लाकर अपने क्रिसमस को और अधिक यादगार बना सकते हैं।यह जानकारी वानिकी ओंटेरियो के सीईओ रॉब कीन ने अपने एक साक्षात्कार में दी, उनके अनुसार निम्न कुछ बातों को अपनाकर लोग एक परफेक्ट क्रिसमस ट्री आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
-अपना चयन निश्चित करें :
अधिकतर लोग क्रिसमस ट्री के चयन के रुप में स्प्रू, पाईन या फीर आदि के वृक्ष में से एक को चुनते हैं। परंतु उन्हें यह बता दें कि स्प्रू वृक्ष अपने नीडलस जल्द ही खो देते हैं लेकिन पाईन या फीर आदि के वृक्ष स्प्रू की तुलना में जल्द नहीं मुरझाते इसलिए इनमें से ही कोई एक वृक्ष का चयन करें।
-वृक्ष को नीचे रखने का प्रयोग करें :
इस बार वृक्ष को जमीन से कुछ ऊपर रखने के स्थान पर उसे नीचे रखें, जिससे वृक्ष अपने नीडलस नहीं खोएंगा।
-वृक्ष की शाखाओं को भी संवारें :
इस बार आप वृक्ष की शाखाओं को भी थोड़ा सजावटी बनाने के लिए छोटा या बड़ा कर सकते हैं। इसके लिए देखना होगा कि वह लचीले हैं या नहीं, इसके लिए यह अवश्य जांचे कि नीडलस मुलायम हों।
-ऐसा वृक्ष लें जो आपके घर में फीट हो जाएं :
हमेशा ऐसा वृक्ष चुने जो आपके घर में फीट आ जाएं अधिक बड़ा या अधिक छोटा वृक्ष लेने से आपको असुविधा हो सकती हैं,
-आप इसकी चोटी को काट सकते हैं :
आप अपने वृक्ष को कुछ इंच तक काट छांट कर सकते हैं जिससे इसे पानी देने आदि में आसानी रहें और सदैव इस बात का ध्यान रखें वृक्ष का पोषण उचित प्रकार से हो रहा हैं या नहीं।
-उचित स्थापन :
वृक्ष लाने से पूर्व ही यह सुनिश्चित कर लें कि उसका स्थापन घर में कहां करना हैं जिससे वृक्ष लाने पर सीधे तौर पर वहीं स्थापित करें बार-बार स्थान बदलने से वृक्ष का पोषण उचित नहीं हो पाता।
-हाइड्रेटड का उचित ध्यान रखें :
सदैव यह सुनिश्चित करें कि वृक्ष को उचित खाद-पानी मिल रहा हैं या नहीं कई बार उचित पोषण नहीं मिलने के कारण भी वृक्ष का विकास नहीं हो पाता और इसका दोष वृक्ष की प्रजाति पर दिया जाता हैं।
Comments are closed.