2018 में टोरंटो मध्यकालीन युग का ताज पहली बार पहनेगी क्वीन
34 वर्षों से आकर्षण का कारण बने परिवार द्वारा इस घोषणा का मुख्य उद्देश्य लिंग समानता हैं, उनके अनुसार अनेक वर्षों से राजाओं की सेवा करने वाली रानियों को यह सम्मान देकर देंगे दुनिया को समानता की नई सीख
टोरंटो। बदलाव के साथ टोरंटो के नए शाही सदस्य की घोषणा कर दी गई हैं, इस बार ताज का उत्तराधिकारी कोई पुरुष न होकर स्त्री हैं, जीहां इस बार देश के ताज को कोई राजकुमार नहीं पहनेगा बल्कि देश की राजकुमारी अलाइसा ओडोनेल बनेगी, 26 वर्षीय एक्टर अलाइसा इस बार शिकागों के निकट मैडीएवल टाईमस पर रानी का ताज ग्रहण करेगी। चार वर्ष तक राजकुमारी के पद पर आसीन रहने के पश्चात उन्हें इस वर्ष क्वीन का अधिभार दिया जाएगा। फिलहाल उन्हें इस उच्च पद को हासिल करने में प्रसन्नता होगी। ताज प्राप्ति के लिए कई वर्षों से अलाइसा प्रयत्नशील थी, परंतु आज उनकी मेहनत को उत्तर मिल गया और उन्हें इस ताज के लिए चयनित किया गया। इस घोषणा के पश्चात अलाइसा ने अपनी प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि वह इस समाचार से बेहद ही प्रसन्न हैं और उन्हें उस दिन का इंतजार हैं जिस दिन उन्हें यह सर्वोच्च इनाम प्राप्त होगा। उन्होंने आगे कहा कि इस पद पर रहते हुए वह अपने राजनैतिक कैरियर को भी संवार सकती हैं। उन्होंने अपने बारे में कहते हुए कहा कि उन्हें इस बात की बिल्कुल भी घबराहट नहीं हो रही कि वह उन्हें देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने जा रही हैं और कोई छोटा गलत कदम उन्हें बहुत पीछे धकेल देगा। नॉर्थ जर्सी.कॉम के अनुसार हमारे समय में लोग ताज को केवल पुरुष का अधिपत्य मानते थे परंतु अब बदलाव को देखते हुए इस कार्य को निपटाना बहुत आवश्यक हो गया। बदलाव को देखते हुए इस बार राजा के स्थान पर रानी का चयन किया गया और इसे अग्रसर करने के लिए इस नई प्रथा को आरंभ किया गया। उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि एक लड़का या लड़की अपनी मां के गर्भ से लगभग सामान रुप से पैदा होते हैं और आज के समय में एक लड़की वे सभी कार्य कर सकती हैं जो एक लड़का कर सकता हैं इसलिए शासन का अधिपत्य भी केवल पुरुष को देना उचित नहीं समानता का एक उत्तम उदाहरण देते हुए देश में पहली बार क्वीन को ताज पहनाना एक बहुत बड़ा कदम हैं।
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