भगवान शिव की महिमा है अपरमपार
भगवान शिव की महिमा जिस तरह अपरमपार है उसी तरह उनका बहुत बड़ा परिवार है। परिवार में सभी द्वंद्वों और द्वैतों का अंत दिखता है। एकादश रुद्र, रुद्राणियां, चौंसठ योगिनियां, षोडश मातृकाएं, भैरव आदि इनके सहचर और सहचरी हैं। माता पार्वती की सखियों में विजया आदि प्रसिद्ध हैं। गणपति परिवार में उनकी पत्नी सिद्धि बुद्धि तथा शुभ और लाभ दो पुत्र हैं। उनका वाहन मूषक है। कार्तिकेय की पत्नी देवसेना तथा वाहन मयूर है। भगवती पार्वती का वाहन सिंह है और स्वयं भगवान शंकर धर्मावतार नन्दी पर आरूढ़ होते हैं।
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