कर्मचारियों के कार्य कौशल को मशीनों द्वारा और अधिक उत्तम बनाया जाएगा : स्टडी
रॉयल बैंक ऑफ कैनेडा द्वारा की गई एक स्टडी में यह स्पष्ट किया गया कि ”मानवीय कौशल” को बढ़ाने के लिए पोस्ट-सैकेन्ड्री प्रोग्राम की राष्ट्रीय समीक्षा को सुनिश्चित किया गया, जिसमें यह भी कहा गया कि इसके लिए कार्यशील श्रवण, समीक्षक सोच, सामाजिक बोध अत्यंत आवश्यक है। औटवा। देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक रॉयल बैंक ऑफ कैनेडा द्वारा करवाई गई एक समीक्षा में यह कहा गया कि युवा कैनेडियनस के कार्य कौशल को मशीनों द्वारा बढ़ाया जा सकता हैं, इस नई स्टडी में यह साफ रुप से कहा गया कि युवाओं को अपने कार्य कौशल को बढ़ाने के लिए कार्यशील श्रवण, समीक्षक सोच, सामाजिक बोध अत्यंत आवश्यक है। रिसर्च में यह भी कहा गया कि भविष्य में कर्मचारियों की मदद के लिए अन्य सक्षम मशीनों द्वारा भी की जा सकती हैं जैसे रोबटस और अन्य सहायक मशीनें आदि। इन मशीनों की मदद से वह अपने कार्य को और अधिक सक्षम तरीके से पूर्ण कर सकेंगे। लेकिन इसके अलावा यह भी चेतावनी दी गई कि केवल इन मशीनों के उपयोग पर ही निर्भर नहीं रहना होगा, बल्कि सभी को अपने कार्यों के प्रति सजग करना होगा, जिससे भविष्य में वह और अधिक मेहनती बन सके। जानकारों का मानना हैं कि कैनेडा में रुपांतरण की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी हैं, सरकारों के प्रयासों से कार्य शक्ति को बढ़ाना ही एकमात्र साधन हैं, जिससे देश की आर्थिक व्यवस्था को बढ़ाया जा सकता हैं और कार्य कौशल में भी वृद्धि की जा सकती हैं। परंतु इसके लिए उचित कार्य योजना बनानी होगी, तभी इस प्रकार की मशीनी व्यवस्था को लागू किया जा सकेगा। उदाहरण के लिए केंद्रीय सरकार द्वारा विज्ञान, तकनीक, अभियांत्रिकी और गणित में प्रोत्साहन स्वरुप कार्य करने होंगे तभी इसका प्रभाव सभी वर्गों पर पड़ेगा। इसके लिए हमें युवाओं को टीम वर्क का भी महत्व समझाना होगा, केवल समीक्षक बातों से उन्हें हतोत्साहित करना उचित नहीं होगा, कर्मचारियों को नए अवसरों का लाभ बताना होगा, जिससे उनके कार्य कौशल को और अधिक बढ़ाया जा सकेगा। अब समय आ गया हैं जब कार्यो की तुलना केवल डिग्री, शैक्षणिक योग्यता के आधार पर नहीं करनी होगी बल्कि कार्य कौशल को बढ़ाना होगा, तभी इसका कुछ और नया परिणाम निकलेगा।
Comments are closed.