स्थानीय स्कूलों में चर्च की भूमिका पर पॉप नहीं मांगेगे माफी
पिछले वर्ष अपनी वैटिकन यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने भी पॉप को इस बात के दिए थे संकेत
औटवा। एक बार फिर से कैनेडा में जातीय विवाद गहराता नजर आ रहा हैं, इस बार रॉमन कैथोलिक चर्च में चल रहे स्कूलों में छात्रों के साथ जाति के नाम पर बुरा व्यवहार किया जा रहा हैं जिस पर टिप्पणी देते हुए पॉप फ्रॉन्सीस ने स्पष्ट कहा कि वह इन स्थानीय स्कूल के पीड़ितों से निजी रुप से माफी नहीं मांगेगे। मामले को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो ने स्वयं इसमें दखल देते हुए पिछले वर्ष अपनी वैटीकन यात्रा के दौरान पॉप से बातचीत की और कहा कि यदि माफी से मामला सुधरता हैं तो वह स्थिति को संभाल लें। परंतु पॉप ने अपनी टिप्पणी से सभी बातें स्पष्ट कर दी कि वह किसी भी प्रकार से इन मामलों के लिए सार्वजनिक क्षमा प्रार्थना नहीं करेंगे। इसके लिए गठित आयोग ने सन 2010 की घटना का उदाहरण भी दिया जिसमें पॉप द्वारा एक ईरीस पीड़ित पर यौन उत्पीड़न किया गया, जिसके लिए पॉप फ्रान्सीस ने स्वदेशी लोगों से माफी मांगी थी, उनके विचार से उपनिवेशवाद के मामले में इसे पाप करार दिया था जिसके लिए माफी मांगना ही सबसे बड़ा कार्य होगा। परंतु इस बार पॉप का मानना हैं कि यह समस्या पूरे विश्व के मूल निवासियों की हैं जिनके साथ समय समय पर इस प्रकार की घटनाएं घटती रही हैं, इसलिए वह निजी माफी क्यों मांगे? समस्या की गंभीरता को समझते हुए कैनेडा के कैथोलिक बिशपस ने कहा कि जल्द ही कैनेडा के मूल निवासियों से बातचीत की जाएगी और मामले को सुलझाने का प्रयास किया जाएगा।
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