विशेष राजदूत बॉब रैइ ने कैनेडा द्वारा पारित रोहिंग्या शरणार्थी स्थिति की सिफारिश की
औटवा। बॉब रैइ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि म्यंमार द्वारा पीड़ित नस्लीय रोहिंग्या के पुर्नवास और शरणार्थी अनुदान पर कैनेडा को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, उनके अनुसार लगभग 700,000 रोहिंग्या शरणार्थी जोकि पड़ोसी बांग्लादेश की सीमा पर दयनीय स्थिति में अपना जीवन जी रहे हैं और म्यंमार की सेना के अत्याचार सह रहे हैं। उन्होंने सिफारिश की और कहा कि कैनेडा को इस बारे में सोचते हुए अन्य शरणार्थी योजना के साथ इन शरणार्थियों को भी सहारा देना चाहिए, गौरतलब हैं कि सात माह से चले आ रहे इस संकट पर बॉब रैइ को विशेष रुप से कैनेडा में नियुक्त किया है। जिसकी रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि इन शरणार्थियों के लिए कैनेडा को अवश्य आगे आना चाहिए। इस रिपोर्ट में बॉब रैइ ने यह भी सुझाव दिया कि कैनेडा इस मामले को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उठा सकता हैं, जिसमें केंद्र सरकार म्यनमार के उन सैन्य अधिकारियों पर कार्यवाही भी कर सकता हैं जो इन शरणार्थियों पर अत्याचार कर रहे हैं और मानवीय अधिकारों की अवहेलना कर रहे हैं।
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