डन्डास स्ट्रीट के मैकओवर को मिली मजूंरी
आधुनिक, अनिवार्य और बड़े बदलावों से इसे एक बड़े शहरी बाजार का दिया जाएगा रुप, जिससे न केवल व्यापार में विकास हो बल्कि ग्रामीण लोगों का जीवन-स्तर भी उच्च बनाया जा सके।
मिसिसॉगा। पहले जिन बाजारों में जंगली कानून चलता था, और लोग वहां जाने से डरते थे, उसे अब जल्द ही सुधारा जाएगा, नए प्रस्ताव के अनुसार 4 किलोमीटर इस रास्ते का विकास किया जाएगा, जिसे अगले दस वर्षों में 17 किलोमीटर तक विकसित किया जाएगा। इस योजना का शुभारंभ आगामी 11 जून से किया जाएगा। इस योजना में भूमि का प्रयोग करके सबसे पहले यातायात की सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, क्योंकि किसी भी क्षेत्र के विकास में यातायात की सुगमता सबसे बड़ा कारण होता हैं। इस बाजार का डिजाइन इस प्रकार तैयार किया गया हैं जिससे इसमें उचित प्रकार से दुकानों के साथ साथ हरियाली का भी पूरा ध्यान रखा जाएं, लोगों को विशेष प्रकार की सभी सुविधाएं दी जाएं, ये विचार एसवीएन आर्किटेक्टस के साथ साथ प्रख्यात योजनाकार शहोंडा वैंग के हैं, जिन्हें इस बाजार के डिजाईन व प्लानिंग के लिए नियुक्त किया गया हैं। यह गलियारा एक अद्वितीय बाजार होगा, वैसे गौरतलब हैं कि दनदस एक धार्मिक गतिविधियों वाला कॉरिडोर हैं जिसे उसकी पुरानी पहचान के साथ ही विकसित किया जाएगा जिससे परंपरा के साथ साथ आधुनिक विकास की छंटा भी दिखें। मास्टर प्लान इस प्रकार से तैयार किया जाएगा जिसमें पैदल चलने वालों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध हो। इस विकास की योजना में इस क्षेत्र के साथ साथ निकट के क्षेत्रों में आवासीय भवनों को 25 मंजिला तक बनाया जाएगा, जिससे समान बिल्डिंगों की ऊंचाईयों इस दृश्य को और भी अधिक मनोरम बना सके। इस बाजार की सबसे बड़ी खासियत यह होगी कि यहां न केवल पैदल चलने वालों के लिए उचित व्यवस्था होगी बल्कि बाईकस व कारों के पार्किंग की भी आधुनिक व्यवस्था होगी जिससे कार व बाईक सवारों को सुविधा मिल सके और वे भरपूर मात्रा में अपनी शॉपिंग करें, जिसका प्रत्यक्ष लाभ स्थानीय व्यापारिक को मिलें और वे अपने रोजगार के लिए इधर-उधर न जाएं और यहीं रहकर अपने कार्य को व्यवस्थित करें।
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