उलेमाओं का चल रहा था सम्मेलन, हुआ हमला, 14 की मौत
अफगानिस्तान में एक हमले में 14 लोगों की मौत हो गई है। राजधानी काबुल में उलेमाओं का एक सम्मेलन चल रहा था, उसी वक्त यह हमला हुआ है। मिल रही जानकारी के मुताबिक आत्मघाती हमलावर ने धार्मिक सम्मेलन के दौरान खुद को विस्फोट कर उड़ा लिया। इस हमले में कुल 14 लोगों की जान चली गई है। मरने वालों में 7 धार्मिक गुरु, सुरक्षा बल के 4 जवान, और तीन अन्य लोग शामिल हैं। बतलाया जा रहा है कि इस हमले में 17 लोग घायल भी हुए हैं। बतलाया जा रहा है कि काबुल पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी के पास लोया जिगरा में धार्मिक गुरुओं की बैठक चल रही थी। बैठक अब खत्म होने वाली थी और उलेमा अब वहां से निकलने ही वाले थे, तब ही जोरदार धमाके की आवाज ने लोगों को हिला कर रख दिया।टोलो न्यूज के मुताबिक हालांकि अभी तक किसी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस जिला प्रमुख गफोर अजीज ने इस आत्मघाती हमले के बाद कहा है कि शीर्ष मौलवी राजधानी के पश्चिम में अफगान उलेमा परिषद की बैठक में हिस्सा लेकर बाहर आ रहे थे। इस दौरान हमलावर ने खुद को बम से उड़ा लिया। यहां आपको बता दें कि इस सम्मेलन में उलेमा शांति का संदेश दे रहे थे। विस्फोट से कुछ ही समय पहले उलेमाओं ने एक फतवा जारी कर आत्मघाती हमलों को ‘हराम’ करार दिया था। बतलाया जा रहा है कि ब्लास्ट के वक्त वहां करीब 2000 लोग मौजूद थे। इधर अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने कहा है कि इस आत्मघाती हमले में मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है। उन्होंने कहा कि हमलावर यूनिवर्सिटी के मुख्य दरवाजे के पास ही मौजूद था। जब यह सम्मेलन खत्म हो गया और उलेमा वहां से निकल रहे थे, तभी उसने खुद को धमाका कर उड़ा लिया। इससे पहले इस सम्मेलन में अफगानिस्तान में हुए विभिन्न हमलों की निंदा की गई थी और कहा गया था कि अब तक हुए यहां हमलों में कई निर्दोष महिलाओं, बच्चों और जवानों ने अपनी जान गंवाई है।
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