डॉन ने माना है कि गोपनीयता की जिम्मेदारी सेना की बनती थी!:
अखबार ने कहा है कि पाकिस्तान का एक समग्र अधिकृत आकलन के जरिए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्पन्न होने वाली शर्मनाक स्थिति को ज्यादा ध्यान में लाना अक्सर असली गलतियों को जटिल बनाती है। दैनिक ने कहा है कि पाकिस्तान सरकार का यही रुख हमेशा से रहा है। चाहे वह कारगिल युद्ध हो या सैन्यअड्डों पर आतंकवादी हमले, कभी गोपनीयता सामने नहीं आती। बगैर इस सबूत के कि मामला क्या था और क्या नहीं था, यह दावा किया जाता रहा है कि आवश्यक उचित कदम उठाए गए हैं। अखबार का कहना है कि सरकार का यह नारा कि ‘हम पर भरोसा कीजिएÓ ने केवल बड़ी गलतियों को जन्म दिया है। दैनिक ने कहा है, ”असल में ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान में वर्षों छिपा रहा और अमेरिकी सैनिकों का उसे पाकिस्तान की जमीन पर मार गिराने की क्षमता और उसके बाद की गोपनीयता निश्चित रूप से देश के इतिहास में स्तब्ध करने वाली राष्ट्रीय सुरक्षा की कमी को दर्शाता है।ÓÓ
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