आप भी इस तरह बन सकते हैं मर्चेंट नेवी के जांबाज !
मर्चेंट नेवी सुनते ही हमें हमारे दिमाग में सबसे पहले एक ही छवि आती है ओर वो है ‘भारतीय नौ सेना’ की लेकिन आपको बता दें कि यह उससे बिल्कुल ही अलग है। हां यह जरूर है कि नाम उससे मिलता है लेकिन यह नेवी का हिस्सा नहीं है। यह पूरी तरह एक व्यवसायिक समुद्री जहाज बेड़ा है। जिसमें समुद्री जहाज के जरिए यात्रियों और सामान को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने का काम करते है। यह सरकारी और प्राइवेट दोनों द्वारा संचालित की जाती है। इस फिल्ड में आने के लिए बड़ी संख्या में प्रोफेशनल्स की जरूरत होती है। आज के समय में अंतराष्ट्रीय व्यापार भी बढ गया है। हवाई मार्ग उपलब्ध है लेकिन कई देशों द्वारा आयात – निर्यात समुद्र के बिना संभव नहीं है। जिसमें करियर की कई संभावाएं हैं। तो जानते है मर्चेंट नेवी में करियर कैसे बना सकते है-
मर्चेंट नेवी में काम तीन हिस्सों में बंटा होता है। पहला है डेक डिपार्टमेंट, दूसरा इंजन डिपार्टमेंट और तीसरा सर्विस डिपार्टमेंट।
1. डेक डिपार्टमेंट – इसमें चीफ ऑफिसर, थर्ड ऑफिसर और जूनियर ऑफिसर जैसे प्रोफेशनल्स होते है। इसी के साथ इस डिपार्टमेंट में ‘रेटिंग्स’ के रूप में कई विशिष्ट स्टाफ भी होते हैं जो विभिन्न कार्यों में सहयोग देते हैं।
2. इंजन डिपार्टमेंट – इसमें चीफ इंजीनियर, सेकंड इंजीनियर, थर्ड इंजीनियर, फोर्थ इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल ऑफिसर और जूनियर इंजीनियर्स जैसे ऑफिसर होते है।
3. सर्विस डिपार्टमेंट – इसमें शिप पर स्टूअर्ड, गोताखोर, लाइट कीपर, नर्स, नॉटिकल सर्वेयर इत्यादि जैसे प्रोफेशनल किचन, लॉण्ड्री तथा यात्रियों को सेवाएं उपलब्घ्ध कराते हैं।
शैक्षणिक योग्यता – 10वीं पास से लेकर बीटेक के स्टूडेंट इसमें करियर बना सकते है।
आयु सीमा – 16 से 25 वर्ष
10वीं पास विद्यार्थी इस कोर्स के जरिए ले सकते है एडमिशन
अगर 10वीं के बाद से ही इस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते है तो आप प्री -सी ट्रेनिंग फॉर पर्सोनेल, डेक रेटिंग, इंजन रेटिंग, सलून रेटिंग जैसे डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। ये सभी कोर्स 3 से 4 माह की के हैं। इसके अलावा 3 वर्षीय पॉलिटेक्निक डिप्लोमा भी बहुत अच्छा विकल्प है।
12वीं पास विद्यार्थी इस कोर्स के ले सकते है एडमिशन
नेविगेशनल या इंजीनियरिंग फील्ड में जाने के लिए नॉटिकल साइंस, मरीन इंजीनियरिंग या मैकेनिकल इंजीनियरिंग का कोर्स करना होता है। इस कोर्स में फिजिक्स, केमेस्ट्री व मैथ्स से 12वीं पास विद्यार्थी एडमिशन ले सकते है। नॉटिकल साइंस 3 वर्ष का कोर्स होता है और मरीन इंजीनियिंरंग 4 साल का कोर्स होता है।
पे स्केल: जूनियर इंजीनियर – 30,000 रूपए प्रति महीने।
सेकेण्ड इंजीनिय और चीफ इंजीनियर – 1.5 लाख रूपए प्रति महीने।
थर्ड ऑफिसर – 50,000 रूपए प्रति महीने।
सेकेण्ड ऑफिसर, चीफ ऑफिसर और कैप्टन – 2 लाख रूपए प्रति महीने।
टॉप 5 मर्चेंट नेवी कॉलेज
1. सी.वी रमन कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, भुवनेश्वर
2. एएमईटी यूनिवर्सिटी, चैन्नई
3. बालाजी सीमैन ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, चैन्नई
4. चैन्नई स्कूल ऑफ शीप मैनेजमेंट, चैन्नई
5. चिदंबरम इंस्टीट्यूट ऑफ मेरीटाइम टेक्नोलॉजी, चैन्नई
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