कैनेडा के साथ विवाद का तेल आपूर्ति पर नहीं पड़ेगा असर : फालिह

सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खालीद अल फालिह ने कहा है कि सऊदी अरब तथा कैनेडा के बीच जारी राजनयिक विवाद के कारण सरकारी तेल कंपनी आरामको के ग्राहक कैनेडा में प्रभावित नहीं होंगे। सऊद अरब की सरकारी प्रेस एजेंसी द्वारा गुरुवार को तड़के पूछे गए सवाल के जवाब में श्री फालिह ने कहा कि तेल आपूर्ति चिंता का विषय नहीं है। उल्लेखनीय है कि सऊदी अरब ने गत रविवार को कैनेडा के साथ सभी नए व्यापार और निवेश पर भी रोक लगा दी और रियाद में स्थित कैनेडा के राजदूत को वापस भेज दिया। इसके साथ ही सऊदी अरब ने सरकारी सहायता प्राप्त शैक्षणिक तथा चिकित्सकीय कार्यक्रमों पर भी रोक लगा दी है। सऊदी अरब ने यह कदम कैनेडा की उस अपील के बाद उठाया है जिसमें रियाद में गिरफ्तार किए गए नागरिक अधिकार कार्यकर्ता की रिहाई की मांग की गई थी। सऊदी अरब ने कैनेडा की इस मांग को उसके आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बताया है। सऊदी अरब ने कैनेडाई राजदूत को देश छोड़ने के लिए 24 घंटे का समय दिया है। यह कदम शहजादे मोहम्मद बिन सलमान की आक्रामक विदेश नीति को दर्शाता है। गौरतलब है कि रियाद में कैनेडाई दूतावास ने जेल में बंद मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की थी जिसके बाद सऊदी अरब ने यह कदम उठाया।  सऊदी विदेश मंत्रालय ने ट्वीट किया, ”कैनेडा का रुख सऊदी अरब के आतंरिक मामलों में खुल्लमखुल्ला और जबरदस्त हस्तक्षेप है।” मंत्रालय ने कहा,”सऊदी अरब घोषणा करता है कि वह विचार-विमर्श के लिए कैनेडा में अपने राजदूत को वापस बुला रहा है।” हमारा मानना है कि देश में कनाडा के राजदूत की जरूरत नहीं है और उन्हें अगले 24 घंटे के अंदर जाने का आदेश दिया गया है।  साथ ही मंत्रालय ने कहा,”आगे की कार्रवाई के अधिकार को बरकरार रखते हुए कैनेडा के साथ सभी नए व्यापारिक और निवेशात्मक लेनदेन पर रोक लगाई जाती है।ÓÓ
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