न्यू ब्रुन्सवीक का चुनाव प्रचार अपने अंतिम दौर में पहुंचा
फ्रैडरीक्टन। अटलांटिक कैनेडा के चारों लिबरल प्रीमियरस वैसे तो कभी भी किसी भी एक मुद्दे पर साथ नहीं मिले, परंतु आज यहां न्यू ब्रुन्सवीक चुनाव के चलते एक ही मंच पर आएं। मौका था मॉन्कटन में आयोजित रैली का जहां ब्रेन गैलेन्ट ने पत्रकारों को बताया कि अगले 24 घंटों में लोग अपना फैसला सुरक्षित कर लेंगे, हमने उन्हें कहा कि वे किसी को मत नहीं देने का चयन भी चुन सकते हैं। ज्ञात हो कि ब्रेन गैलेन्ट न्यू ब्रुन्सवीक के पहले प्रीमियर बने थे और वर्ष 2003 से दो बार इस पद पर आसीन भी रहे। लगभग एक माह चले ब्रुन्सवीक चुनाव का प्रचार अब अपने अंतिम दौर से गुजर रहा हैं। लोगों ने अपने अपने उम्मीदवारों को चुन लिया हैं इसके लिए सभी प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों ने भी अपने प्रचार अभियान में कोई कसर नहीं छोड़ी, लिबरलस और प्रोगरेसीव कंजरवेटिवस के उम्मीदवारों के मध्य कड़ा मुकाबला होने के आसार जताएं जा रहे हैं।इस बार चुनावों में मतदान के लिए विदारक होने की भी स्थिति जताई जा रही हैं, जिसका परिणाम हैं कि इसका लाभ तीसरी पार्टी को मिल सकता हैं, लोगों के मन में इस बार देश की प्रमुख दोनों पार्टियों के उम्मीदवार अपनी छाप नहीं छोड़ पा रहे हैं, जिसके कारण या तो लोग अपना मतदान किसी को मत नहीं पर करेंगे या तीसरी पार्टी के उम्मीदवार को भी चुन सकते हैं। गैलेन्ट ने लोगों को सतर्क करते हुए कहा कि लोगों को गलत पार्टी के उम्मीदवार को चुनने से अच्छा तो अपना मत निरस्त करना ही उचित होगा इससे वे प्रांत के प्रति कोई गलत निर्णय तो नहीं ले सकेंगे। प्रिंस एडवर्ड आईलैंड के वैड मक्लाफच्लेन ने कहा कि अब सभी प्रकार की उम्मीदवारी बंद हो चुकी हैं और लोगों को यहीं सलाह दी जा रही हैं कि वे अपने मतदान का प्रयोग उचित प्रकार से करें और किसी के भी दबाव में ना आएं। नोवा स्कोटिया के प्रीमियर स्टीफन मैक्नेल ने कहा कि अब और किसी भी उम्मीदवारी को अनुमति नहीं दी जाएंगी, उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाला कल लिबरलस का हैं और लोग उन्हें ही चुनेगी, उन्होंने आगे कहा कि उन्हें विश्वास हैं कि लोग उन्हें अगले चार वर्ष चुनौतीपूर्ण कार्य करने के लिए अवश्य देंगे। रैलियों का दौर प्रारंभ हो चुका हैं और चुनावी सरगर्मियां भी बढ़ गई हैं। उम्मीदवारों का मुख्य मुद्दा आर्थिक स्थिति और रोजगार हैं, जिसके साथ वे प्रांत के लोगों के मध्य उतरे हैं और उन्हीं विषयों को लेकर एक दूसरे पर हमला बोल रहे हैं।
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