युवा कैनेडियन लड़कियों को प्रोत्साहित करेगा ‘मी टू’ अभियान

टोरंटो। दुनिया में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे यौन-उत्पीड़न का विरोध करने के लिए आरंभ किए अभियान ‘मी टू’ से कैनेडियन लड़कियों व युवा महिलाओं को भी एक नई शक्ति मिलने की संभावना जताई जा रही हैं, एक अभियान की सफलता हेतु करवाएं सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार लिंग समानता की नीति को प्रत्येक स्थान पर लागू किया जाएंगा, जिससे यौन-उत्पीड़न की समस्या पैदा ही न हो, क्योंकि आज भी दुनिया के लगभग सभी देशों में लिंग समानता की नीति नहीं अपनाई गई हैं। इस सर्वे में 14 से 24 वर्ष की 1,000 महिलाओं से इस विषय पर चर्चा की जिसमें से एक तिहाई महिलाओं का मानना है कि लिंग समानता को सभी देशों में अनिवार्य कर देना चाहिए और पुरुष प्रधानता की नीति को समाप्त करके महिलाओं को इसका सुअवसर देना चाहिए। प्लान इंटरनेशनल कैनेडा द्वारा इस बात पर भी जोर दिया गया कि लड़कियों के अधिकारों और समानत की नीति के बारे में उन्हें जागरुक करने की बहुत अधिक आवश्यकता हैं, आज महिलाओं को आगे लाने व उन्हें प्रोत्साहित करने की केवल बातें की जा रही हैं, परंतु जब उसे कार्यन्वित करने का मौका आता हैं तो सभी पीछे हट जाते हैं। इसके अलावा आज भी दुनिया के अधिकतर विकसित देशों में यौन-उत्पीड़न की समस्या आम हैं, जिसका विरोध करने के लिए ‘मी टूÓ अभियान चलाया गया। इस अभियान के पश्चात सर्वे रिपोर्ट में 40 प्रतिशत महिलाओं का मानना हैं कि लिंग समानता अवश्य लागू की जाएं जिससे विश्व में लिंग भेद की समस्या समाप्त होगी और महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों पर रोक लग सकेंगी, परंतु अभी भी 11 प्रतिशत महिलाओं ने इस अभियान के प्रति निराशात्मक जवाब दिया। इस अभियान का मुख्य लक्ष्य महिलाओं को किसी भी पीड़ा को सहन न करने की सीख जाती हैं और किसी भी दबंगई से बिना डरे अपने साथ हुए अत्याचार को खुलकर लोगों को बताने की सलाह दी जाती हैं। जिससे और अधिक सुरक्षित स्थान महिलाओं को मुहैया करवाया जा सके। इस सर्वे में 10 में से 7 महिलाओं ने माना कि निडरता से ही अपने डर पर काबू पाया जा सकता हैं, महिलाओं को प्रोत्साहित करने के लिए यह  अभियान एक अच्छी शुरुआत हैं।
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