टोरी बने दूसरी बार मेयर

अपनी शपथ में टोरी ने किया टोरंटो को ‘प्लेस ऑफ हॉप’ बनाने का वादा
टोरंटो। सभी अटकलों को निराधार साबित करते हुए अंतत: मेयर जॉन टोरी प्रांत के दूसरी बार मेयर बनने में सफल रहें। उन्होंने अपने प्रबल प्रतिद्वंदी सिटी योजनाकार जैनीफर कीसमात को आसानी से हरा दिया। गत 22 अक्टूबर को मतदान के समाप्त होने के पश्चात रात्रि 8:24 को इसके परिणाम घोषित किए गए, जिसमें पहले चरण में ही टोरी को विजयी घोषित कर दिया गया, ज्ञात हो कि इस बार टोरी 63.5 प्रतिशत के मतों के साथ सबसे आगे रहे, जबकि कीसमात को केवल 23.5 प्रतिशत मत ही मिलें, टोरी की शक्तिशाली विजय उन्हें मिले 300,000 मतों की कहानी सुना रहे हैं। टोरी ने अपने विजयी संदेश में कहा कि एक बार फिर से चार वर्षों के लिए जनता ने मुझे चुना जिसके लिए मैं आभारी हूं और जीवन भर रहूंगा। टोरी को मिले सबसे अधिक मतों में स्कारबरो, ईटोबीकोक और नॉर्थ यॉर्क के लोगों की भागीदारी रहीं। जानकारों के अनुसार कीसमात भले ही हार गई हो, परंतु उन्हें मिले मतों से यह बात स्पष्ट हो रही हैं कि यदि वे आगामी चुनावों तक यदि और अधिक प्रयास करें तो उन्हें भी सफलता मिल सकती हैं, नई होने के कारण उनका सम्मान वैसा नहीं हो पाया जैसे कि पहले कामना की गई थी। कीसमात को दो अन्य प्रांतों में बहुत अच्छा रिर्सोस मिला, जिसके आधार पर स्कारबरो-रोग पार्क से 14.4 प्रतिशत और ईटोबोलिक नॉर्थ में 14.3 प्रतिशत मत मिले, जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा हैं कि लोग धीरे-धीरे उनके कामों पर अपना विश्वास जमा रहे हैं और यदि भविष्य में वह इसी प्रकार कार्य करेगी तो शीघ्र ही उन्हें जनता मौका दे सकती हैं।
टोरी की अविश्वसनीय जीत से सभी हैरान :
टोरी को एक बार फिर से अगले चार वर्षों के लिए चुन लिया गया हैं, जिसके लिए उन्हें भारी मतों से जीताकर एकतरफा फैसला कर दिया गया हैं, लगभग एक दशक के पश्चात लोगों को इस प्रकार के रोचक परिणाम देखने को मिला। टोरी ने अपने विजयी संदेश में कहा कि उनका प्रमुख उद्देश्य रोजगार का सृजन, परिवहन के सुगम साधनों का विकास और परिवर्तन की लहर चलाकर प्रांत को देश का सर्वोच्च आशावादी स्थान बनाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने शपथ खाते हुए कहा कि वह लोगों की उम्मीद पर खरे उतरना ही उनकी प्रथम प्राथमिकता होगी। उन्होंने जनता द्वारा अपनी परेशानी का डटकर सामना
 करने पर उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने आगे कहा कि प्रतिद्वंदियों ने उनके लिए इतना अधिक बुरा प्रचार कर दिया कि कुछ लोग भ्रमित हो गए, परंतु फिर भी जॉन टोरी ने बाजी मार ली।
काउन्सिल का बदला स्वरुप :
टोरी के पुन: पद संभालते ही नए रुप में संगठित किए काउन्सिल को चलाने की परिक्षा टोरी के लिए कठिन साबित हो सकती हैं। ज्ञात हो कि इस बार प्रीमियर डाग फोर्ड ने पार्षदों पदों को 47 से घटाकर 25 कर दिया हैं, जिसके कारण यह अनुमान लगाया जा रहा हैं कि इसका प्रभाव जल्द ही लोगों पर पड़ेगा, और यदि समुचित व्यवस्था की गई तो इसका प्रभाव अनुकूल ही मिलेगा।
कीसमात का भविष्य सुनिश्चित नहीं :
टोरी ने तो अपने संदेश में कह दिया कि वह जल्द ही अपने काम पर वापस लौटेंगे, परंतु कीसमात किस कार्य को अपनाएं जिससे उसका समय व्यतीत हो सके, ज्ञात हो कि कीसमात ने अपनी नौकरी छोड़कर इस पद के लिए नामांकन किया था, जिसके पश्चात लोग उनके साथ जुड़ते चले गए और अब जब वह चुनाव हार गई हैं, तो किस कार्य पर वापस लौटें, इस बात पर अभी तक संशय बना हुआ हैं।
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