ब्रैम्पटन काउन्सिल संपत्ति करों की बढ़ोत्तरी को करेगी कम 

 काउन्सिल ने अपनी नई योजना के अंतर्गत संपत्ति करों की वृद्धि को नियंत्रित करने के लिए यूजर फीस में बढ़ोत्तरी को शामिल किया हैं
टोरंटो। आगामी 2019 बजट की रुपरेखा तैयार कर दी गई हैं, जिसके अंतर्गत ब्रैम्पटन काउन्सिल ने इस बार संपत्ति करों में अधिक वृद्धि न करते हुए सेवा शुल्कों में बढ़ोत्तरी की योजना बनाई हैं, काउन्सिल द्वारा तैयार रिर्पोट में निर्माण से लेकर पशु सेवाओं पर लगने वाले करों में बढ़ोत्तरी पर विचार किया गया हैं जिससे संपत्ति कर में न के बराबर वृद्धि होगी जिसमें 0.25 प्रतिशत ही अतिरिक्त भार बढ़ेगा। सिटी स्टाफ द्वारा प्रस्तुत गत 5 दिसम्बर को जारी रिपोर्ट में इस योजना को पारित किया गया। ट्रेजर अधिकाीर डेविड सुटोन ने कहा कि यदि काउन्सिल इन सेवाओं पर लगने वाले करों में बढ़ोत्तरी नहीं करेगी तो इस बार भी पूरा वित्तीय बोझ संपत्ति कर पर आ जाएगा और पहले से गिरते संपत्ति उद्योग की स्थिति और अधिक दयनीय हो जाएगी। जानकारों के अनुसार इस बार काउन्सिल स्टाफ ने यूजर फीस में पांच प्रतिशत तक की वृद्धि का प्रावधान रखा हैं जिससे इन कार्यक्रमों के मूल्यों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा और इससे मजदूरी, श्रम दर और यूटीलिटी लागतों में स्वत: ही वृद्धि हो जाएंगी। इसके अलावा पशु सेवाओं में वृद्धि का प्रावधान 2.5 प्रतिशत रखा गया हैं जबकि रेंटल सेवाओं में 2.4 से पांच प्रतिशत तक वृद्धि का प्रावधान हैं। गौरतलब हैं कि इस प्रकार सेवाओं में बढ़ोत्तरी से बाजार मांग पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा, अमूमन इस प्रकार की बढ़ोत्तरी के पश्चात बाजार मांग कम होने का अंदेशा रहता हैं। परंतु काउन्सिल को यह जोखिम उठाना पड़ेगा तभी संतुलित बजट का उनका लक्ष्य पूर्ण हो सकेगा। ज्ञात हो कि इस बार पैट्रीक ब्राउन के लिए व्यवस्थित बजट पेश करना अपने आपको सिद्ध करने का एक अवसर हैं, जिसे वह खोना नहीं चाहेंगे और इसलिए उन्होंने ऐसी नीतियां तैयार की जिससे सभी वर्गों को इसका लाभ मिल सके और किसी एक वर्ग पर अधिक बोझ भी न पड़े। लेकिन यह भी ध्यान रखना होगा कि इन सेवाओं में बढ़ोत्तरी का अधिक प्रभाव निम्न-आय वर्ग पर न पड़े और न ही अन्य सेवाओं का प्रभाव बीमार व अशक्त लोगों पर पड़े।
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