ट्रुडो ने शांतिदूतों की तैनाती को लेकर किया बचाव

– प्रधानमंत्री के अनुसार लिबरलस के पद संभालने के पश्चात शांतिदूतों की तैनाती को लेकर बनी असहजता को काफी हद तक दूर किया गया हैं।
औटवा। प्रधानमंत्री जस्टीन ट्रुडो द्वारा गत चुनावों के पश्चात सत्ता में आते ही सबसे पहले शांतिदूतों की तैनाती को लेकर एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें निकटवर्ती ईलाकों में रहने वाली कुछ महिलाओं को उचित ज्ञान दिया जा सके। इस कार्य के अंतर्गत बहुत से स्थानीय शांतिदूतों का प्रशिक्षण चल रहा हैं। उन्होंने आगे कहा कि दो वर्ष पूर्व लिबरलस ने वादा किया था कि इस्लामिक देशों में रहने वाले शांतिदूतों को जल्द ही स्वदेश वापस बुलवाया जाएगा, जिससे वे अपने परिजनों से मिल सके और उनका मानसिक विकास भी हो सके। इसी श्रंृखला में टीम ने 600 सैनिकों के एक दल को स्वेदश वापस बुलवाया और इन्हें अपने परिवार से मिलवाते हुए इनकी खुशियों को दोगुना कर दिया। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमने सदैव ही इन दूतों को मानसिक सुख व पीड़ा रहित जिंदगी देने की बात कहीं हैं। ट्रुडो ने आगे बताया कि गत शनिवार को आएं इस प्रांत में भंयकर चक्रवात के कारण 250 से अधिक कैनेडियनस प्रभावित हुए हैं और आठ हैलीकॉप्टरों को भी इनकी सुरक्षा के लिए मुहैया करवाया गया और ज्ञात हो कि गत अगस्त से ही इन लोगों की मुक्ति के लिए कैनेडा अपने प्रयासों में अमेरिका से वार्ता कर रहा हैं और जल्द ही इसके सुखद परिणाम सबके सामने होंगे। माली से मुक्त होकर स्वदेश लौटें शांतिदूतों का स्वागत स्वयं प्रधानमंत्री ने किया। उन्होंने आगे कहा कि हमारा मिशन एक अद्वितीय कार्य था, जिन्हें हमने अपनी लगन व परिश्रम से प्राप्त कर लिया, जहां इन शांतिदूतों की सुरक्षा का प्रशन उठ रहा था, वहीं कैनेडा ने इनके विकास हेतु आरंभ किए कार्यों से एक सुदृढ़ युवा स्थिति देश को प्राप्त हुई। ट्रुडो ने बताया कि इस क्रिसमस पर इन दलों के लिए विशेष राित्र भोजन व्यवस्था भी हैं जिसमें इन्हें मैशड पटेटोस, ग्रेवी और एल्कोहल मुक्त बीयर आदि का प्रबंध हैं, जिसके कारण कैनेडियन परिवारों को अपने युवाओं से इन त्यौहारों व अग्रिम त्यौहारों पर मिल सके और अपनी खुशियों को भी चार चांद लगा सके। अपने आगामी चुनावी प्रचार के दौरान उन्होंने कहा कि हमें सदैव ही अपने का ध्यान रखा हैं जिसके लिए विशेष प्रस्ताव रखकर हम आगे की प्रक्रिया आरंभ करेंगे और अपने कार्यों की एक योजना बना सकेंगे।
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