लिबरल्स का कार्बन टैक्स देश को आर्थिक मंदी में धकलेगा : फोर्ड
टोरंटो। प्रीमियर डाग फोर्ड ने एक बार फिर से लिबरलस के कार्बन टैक्स पर प्रहार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की यह नीति देश के लिए घातक सिद्ध हो सकती हैं, उन्होंने इस बात पर स्पष्ट टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे देश में आर्थिक मंदी के प्रसारित होने की संभावना बहुत अधिक हैं, इसलिए इसका विचार टालना ही देश की आर्थिक व्यवस्था के लिए उचित होगा। कैनेडा के इक्नॉमिक क्लब को संबोधित करते हुए ओंटेरियो के प्रीमियर ने यह बात कहीं कि जानकारों की राय पर उन्होंने यह टिप्पणी की हैं, राजनीति के प्रभाव से उन्होंने कोई भी विचार नहीं दिए, उन्होंने माना कि इस समय लिबरलस और पीसी पार्टी देश की प्रमुख दो पार्टियां हैं जो राजनीति में एक – दूसरे के सामने हैं परंतु उनके लिए देश के नागरिकों का हित सर्वप्रथम हैं और इसके लिए वे देश के अन्य प्रांतों को भी आने वाले खतरों से सावधान करना चाहते हैं, उन्होंने आगे कहा कि इस समय देश वैसे भी आर्थिक अस्थिरता का सामना कर रहा हैं, ऊपर से इस प्रकार अधिक कार्बन टैक्स देश से रोजगार को समाप्त करेगा और उत्पादन को भी काफी हद तक कम कर देगा। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मैं यहां केवल लोगों को चेतावनी देने नहीं बल्कि भविष्य में होने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी भी देने आया हूं, फोर्ड ने यह भी बताया कि इसके विरोध में औटवा ने पहले ही कानूनी चुनौती दे दी हैं, जिससे केंद्र सरकार अपनी मनमानी न कर सके और राज्यों पर इसे मानने के लिए अधिक दबाव न डाल सके। ज्ञात हो कि आगामी 1 अप्रैल से केंद्र सरकार द्वारा पारित नई कार्बन टैक्स नीति लागू कर दी जाएगी इसके लिए सबसे पहले इसे ओंटेरियो, सासकेतचेवान, मनीतोबा और न्यू ब्रुन्सवीक आदि प्रांतों में लागू किया जाएगा और इसकी सफलता के पश्चात देश के अन्य राज्यों में भी इसे प्रारंभ करने की रणनीति बनाई जाएंगी। प्रीमियर डाग फोर्ड ने इस बात पर दबाव देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की कार्बन टैक्स नीति पूर्णत: भयानक हैं और यदि इसे लागू होने दिया तो प्रांतों में बेरोजगारी का भूचाल आ जाएगा और लोगों के मध्य आर्थिक तंगी से भयावह स्थिति पैदा हो सकती हैं। कार्बन उर्त्सजन के नाम पर हजारों उत्पादन क्षेत्र बंद कर दिए जाएंगे या उनसे बहुत अधिक धन मांगा जाएंगा जिससे महंगाई बढ़ेगी और देश में आर्थिक अराजकता फैलने का डर हो सकता हैं। वहीं दूसरी ओर एनवायरो इक्नॉमिक्स से जुड़े अर्थशास्त्री डेवे सॉयर ने कहा कि डाग फोर्ड का यह कथन पूर्ण रुप से सत्य नहीं उनके द्वारा इस प्रकार पर्यावरण बचाव के लिए किए जाने वाले उपायों में दखल देना उचित नहीं, लोगों को भ्रमित करके कार्बन टैक्स के प्रति नकारात्मक प्रचार किया जा रहा हैं, कार्बन टैक्स की अधिकता इसलिए की जा रही हैं जिससे देश के नागरिक इसके उत्सर्जन में कमी ला सके और इसे नियंत्रित करने के लिए अपना भरसक प्रयास करें जिससे जलवायु परिवर्तन की समस्या का सामना कर रही दुनिया और कैनेडा को कुछ हद तक राहत मिल सके। कैनेडा का हरित देश बनाने के लिए सरकार के इस कठोर कदम में कुछ बदलाव करके इसे मानने में ही सबकी भलाई हैं।
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