कैनबीस सहकारी समितियों ने लघु उत्पादकों को शामिल करने की मांग उठाई

वैंकुअर। ब्रिटीश कोलम्बिया के अनुसार सत्ताधारी सरकार द्वारा कैनबीस के वैधानिकीकरण में छोटे व लघु उत्पादकों पर कोई भी ध्यान नहीं दिया गया। जो लोग देश में कैनबीस के उपयोग से प्रसन्न हुए उन्हें यह जानकार दु:ख भी हुआ कि इसके छोटे व्यापारियों को शामिल करने का कोई भी प्रस्ताव नहीं लागू किया गया। कैनबीस व्यापार के प्रमुख बरीन्द्र रसोदी ने कहा कि सरकार ने कैनबीस को वैधानिक करने में जो नियम लागू किये गए, उनमें लघु कैनबीस उत्पादकों का कुछ भी प्रावधान नहीं हैं यद्यपि इसमें उत्पादन की मात्रा इतनी अधिक कर दी गई, जिससे ये उद्योग अब अपना वर्चस्व बचाने के लिए प्रयासरत हो गए हैं। रासोद ने आगे कहा कि वह पूरे प्रांत में इसके प्रति एक जागरुकता लाने की इच्छुक हैं, जिससे अपने आपकों बचाने की कवायद लड़ रहे कैनबीस लघु उत्पादकों को कुछ हद तक न्याय मिल सके और सरकार अपने कार्यकाल में एक गुनाह करने से बच जाएं। उन्होंने आगे कहा कि सरकार को इस बात की मिथ्या जानकारी हैं कि लघु कैनबीस उत्पादकों के पास बहुत अधिक पैसा हैं, परंतु यह मिथ्या हैं और इस बात को भुलाते हुए कैनबीस की उत्पादक दुकानों के साथ उन्हें स्थापित करने की चर्चा करें और भविष्य में इस प्रकार स्थापित करें कि इसका लाभ सभी वर्गों को हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य है कि  कैनबीस के उपयोग को और अधिक व्याप्त करते हुए इसका विस्तार किया जाएं। रासोद आगे बोली कि किसी भी व्यापार के लिए सबसे अधिक संतुष्टि की बात यह हैं कि उसे किसी भी गठबंधन के साथ खोलें ताकि वह सभी प्रकार की व्यापारिक गतिविधियों का सामना कर सके और इसका लाभ साल – दर – साल बढ़ता जाएं। इस विषय पर बी.सी. के कॉ-फाउन्डर जॉयल पोडरस्काई और सेमीर युसुफ ने कहा कि कैनबीस की खेती से जुड़े लोग धीरे-धीरे इसे समाप्त कर दही हैं। परंतु इसे रोकना होगा और उन्हें भी इस कार्य प्रणाली में शामिल करके उनके अनुभव का भी पुरजोर लाभ उठाना होगा।
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