चीन में कैनेडियन्स की गिरफ्तारी ‘पूर्णत: गैरकानूनी’ : अमेरिकी राजदूत
टोरंटो। कैनेडा स्थित अमेरिकी राजदूत कैली क्राफ्ट ने कहा है कि चीन में उनके पड़ोसी देश कैनेडा के पूर्व राजनयिक माइकल कोवरिग सहित कुछ नागरिकों की गिरफ्तारी से अमेरिका को आघात पहुँचा है और गिरफ्तारी निंदनीय है। उन्होंने कहा है कि चीन को चाहिए कि वह अपने निरंकुश रवैए में बदलाव लायें और कैनेडा के नागरिकों को तत्काल रिहा करे। विदित हो, चीन ने इन कैनेडाई नागरिकों की गिरफ्तारी बदले की कार्रवाई के अंतर्गत की है। अमेरिका के निवेदन पर कैनेडा ने गत दिसंबर में वैनकुअर हवाई अड्डे पर हुआवे की मुख्य कार्यकारी अधिकारी मेंग वंगजू को गिरफ्तार कर लिया था। इस पर चीन और कैनेडा के बीच कड़वाहट पैदा हो गई थी। इसपर भी क्राफ्ट ने कहा कि मेंग वांगजू की गिरफ्तारी कानून के दायरे में की गई थी। उल्लेखनीय है कि वीगर मुस्लिम चीन के शिनजिंयाग प्रांत के पश्चिमी इलाके में रहने वाले अल्पसंख्यक मुसलमान हैं जो तुर्की भाषा बोलते हैं। चीन सरकार इस समुदाय के लोगों पर कड़ी नजर रखती है और यहां धार्मिक आजादी पर कई तरह के पाबंदी लगाए गए हैं। तुर्की ने अपने बयान में कहा है, अब यह कोई राज नहीं है कि हिरासत में रखे गए दस लाख से अधिक वीगर मुसलमानों को प्रताड़ित किया जा रहा है और राजनीतिक तौर पर उनकी सोच बदली जा रही है। इतना ही नहीं जिन लोगों को हिरासत में नहीं रखा गया है उन पर भी भारी दबाव है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हामी अकसॉय ने कहा, 21वीं सदी में फिर से कंसंट्रेशन कैंप बनाया जाना और वीगर तुर्क मुसलमानों के खिलाफ चीनी प्रशासन की नीतियां मानवता के लिए शर्म की बात हैं। उन्होंने आगे कहा कि अब्दुरर्हीम हेयीत की मौत की खबरें शिनजियांग में हो रहे गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन के खिलाफ तुर्की लोगों की प्रतिक्रिया को और मजबूत करती हैं। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेश से चीन में मानवीय त्रास्दी को खत्म करने की दिशा में प्रभावी कदम उठाने की अपील भी की है। यद्यपि दो माह पश्चात हुवाई मुद्दा काफी हद तक हल कर लिया गया हैं, परंतु इसका सबसे बुरा असर अमेरिका और चीन के व्यापारिक रिश्तों पर पड़ा, दुनिया की दो शक्तिशाली अर्थव्यवस्थाओं के मध्य एक कड़वाहट पैदा हो गई, जिससे दुनिया की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा प्रभाव पड़ा हैं। गौरतलब हैं कि सिएटल में हुवोई डिवाइस कंपनी के खिलाफ व्यापार संबंधी खुफिया जानकारी चुराने सहित वायर धोखाधड़ी के सात आरोप और न्याय में बाधा डालने के संबंध में एक आरोप दर्ज किया गया है। आरोपों के अनुसार हुवोई ने यह चोरी 2012 में शुरू की थी।
Comments are closed.