जब राहुल गांधी से बोले पंजाब के विधायक, मैं आपके परिवार को मारना चाहता था

rahul-gandhi1अमेठी, गुरुवार को राहुल गाधी ने एक सभा में कहानी सुनाई. राहुल गांधी ने इस कहानी के जरिए पंजाब में आए बदलाव को बताया. राहुल अमेठी में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के प्रशिक्षण भवन के शिलान्यास के मौके पर आयोजित समारोह में बोल रहे थे.

राहुल गांधी ने कहा, ‘कुछ समय पहले मेरे घर पंजाब के एक विधायक आए. उन्‍होंने मुझसे कहा, ‘राहुल जी मैं हैरान हो गया, मुझे एक बात समझ में नहीं आ रही है. तो मैंने उस विधायक से कहा, ‘बताओ क्‍या बात है, प्रॉब्‍लम क्‍या है.’ उन्‍होंने कहा, ‘मुझे इस बात को स्‍वीकार करने में मुश्किल को रही है कि मैं इस

कमरे में बैठा हूं. मैं अपने आप दिमाग में सोच रहा हूं कि मैं इस कमरे में कैसे आ गया.’ तो मैंने उनसे पूछा क्‍यूं, इसमें क्‍या बड़ी बात है.’ उस विधायक ने कहा, ‘देखिये राहुल जी, 1980 और 1990 में मैं खालिस्‍तानी था, मैं इस देश को तोड़ना चाहता था और आपके परिवार को मारना चाहता था और आज वही

खालिस्‍तानी आपके कमरे में बैठा है, और आपसे बातचीत कर रहा है.’

राहुल ने आगे कहा, ‘वह विधायक सीआरपीएफ की मौजूदगी के कारण उत्पन्न शांति के बीच तैयार हुए राजनीतिक तंत्र में शामिल हुए और कांग्रेस तथा अकाली ने उन्हें विकास की मुख्यधारा में लाने का मौका दिया, जिससे उनका गुस्सा खत्म हुआ.’

उन्होंने कहा, ‘हिन्दुस्तान में बहुत गुस्सा है. हमें इसे उसी तरह कम करना होगा, जैसे उस विधायक के गुस्से को कम किया गया था. हिन्दुस्तान एक सोच है. इसको जवान बनाते हैं, आप बनाते हैं. इसे सबको शामिल करके बनाना है.’

राहुल ने इस मौके पर कहा कि खालिस्तानियों के सफाये के बाद पंजाब में शांति स्थापना में सीआरपीएफ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण थी. कांग्रेस सांसद ने कहा कि पंजाब को अपने पैरों पर खड़ा करने में सीआरपीएफ की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने कहा कि केवल 30-40 प्रतिशत सीआरपीएफ कर्मियों को आवासीय सुविधा मिलती है. वे कहते हैं कि उन्हें लड़ने से नहीं बल्कि परिवार की मुश्किलों से डर लगता है. इस बल के जवान आतंकवादियों और परिवार दोनों ही मोर्चों पर लड़ रहे हैं.

राहुल ने कहा, ‘मैं शिंदे जी से कहना चाहता हूं कि हम इनके परिवारों के लिये जो कर सकते हैं, वह करें.’ इस मौके पर 6 अप्रैल 2010 को छत्तीसगढ़ में नक्सलवादियों के हमले में शहीद हुए 62 बटालियन के सीआरपीएफ के जवानों राजीव कुमार यादव की पत्नी कंचन को तथा विनोद कुमार यादव की पत्नी सावित्री देवी को सम्मानित किया गया.

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