लोकसभा चुनाव में सर्वाधिक और न्यूनतम जीत का रिकॉर्ड
तीसरी सबसे बड़े अंतर से जीत का श्रेय लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के रामविलास पासवान के नाम दर्ज है। उन्होंने 1989 के संसदीय चुनाव में जनता दल के उम्मीदवार के रूप में बिहार के हाजीपुर से पांच लाख 44 हजार 48 मतों से विजय पाई थी। द्रविड़ मुनेत्र कषगम(डीएमके) के एमएस शिवासामी तीसरे सबसे कम अंतर से जीतने वाले सांसद हैं। इन्हें 1971 के आम चुनाव में तमिलनाडु के त्रिरुचेन्दूर से केवल 26 वोटों से जीत मिली थी। वर्ष 1962 के आम चुनाव में सबसे अधिक मतों से जीतने के मामले में स्वतंत्र पार्टी की गायत्री देवी ने राजस्थान के जयपुर से एक लाख 57 हजार 692 मतों से विजय पाई तो इन्हीं चुनावों में सोशलिस्ट उम्मीदवार रिशांग सबसे कम 42 मतों से जीतने वाले उम्मीदवार थे। वह मणिपुर की आउटर मणिपुर सीट से सांसद चुने गए थे। निर्दलीय उम्मीदवार के सिंह ने 1967 के आम चुनाव में सर्वाधिक एक लाख 93 हजार 816 मतों से जीत पाई थी। वह राजस्थान के बीकानेर से सांसद बने थे। इस चुनाव में कांग्रेस के एम राम ने हरियाणा के करनाल से 203 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी।
वर्ष 1991 के चुनाव में कांग्रेस के संतोष मोहन देव के नाम त्रिपुरा में त्रिपुरा पश्चिम लोकसभा सीट से सर्वाधिक 428984 मतों से जीतने का रिकॉर्ड रहा तो जनता दल के टिकट पर उत्तर प्रदेश के अकबरपुर से रामअवध सबसे कम 156 मतों से जीते।
द्रमुक के सोमू एनवीएन ने 1996 में तमिलनाडु के मद्रास पूर्व से सर्वाधिक 389617 मतों से तो इसी चुनाव में कांग्रेस के गायकवाड़ सत्यजीत सिंह दिलीप सिंह गुजरात के वड़ोदरा में सबसे कम 17 वोटों के अंतर से विजय हासिल कर लोकसभा पहुंचे।
वर्ष 1989 के आम चुनाव में सर्वाधिक और सबसे कम अंतर से जीत हासिल करने का श्रेय भाजपा के उम्मीदवारों को मिला। भाजपा के डॉ. कथीरिया वल्लभभाई रामजीभाई ने 1998 के आम चुनाव में गुजरात के राजकोट से 354187 मतों से जीत पाई तो भाजपा के सोम मरांडी बिहार के राजमहल से मात्र नौ वोटों से जीते थे।
कांग्रेस के के असुनंगबा संगथम ने 1999 में कांग्रेस के टिकट पर नागालैंड की इकलौती सीट से 353598 मतों से जीत पाई तो इस चुनाव में सबसे कम 105 वोटों से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्यारेलाल शंखवार उत्तर प्रदेश के घाटमपुर से जीते।
वर्ष 2004 में अनिल बसु ने माकपा उम्मीदवार के रूप में पश्चिम बंगाल के आरामबाग से 592502 मतों से जीत का रिकॉर्ड बनाया था। इस चुनाव में जनता दल (यूनाइटिड) के डॉ. पी पुकुनहीकोया लक्षद्वीप से 71 वोटों से जीते। वर्ष 2004 में नागालैंड पीपुल्स फ्रंट के सीएम चांग ने नागालैंड की नागालैंड सीट से 483021 मतों से जीत हासिल की तो सबसे कम मतों से जीत कांग्रेस के नमो नारायण को राजस्थान के टोंक सवाई माधोपुर से मिली। वे 317 मतों से जीते।
पिछले आम चुनाव में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में मोदी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी और गुजरात की वड़ोदरा सीट से चुनाव लड़ा था। मोदी दोनों सीटों पर जीते थे और बाद में वड़ोदरा सीट छोड़ दी थी। इस चुनाव में मोदी के नाम वड़ोदरा सीट से सर्वाधिक 570128 मतों से जीत का रिकॉर्ड है। इसी चुनाव में भाजपा के थुपस्तान छेवांग को जम्मू-कश्मीर की लद्दाख सीट से 36 वोटों से जीत मिली थी।
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