धोखाधड़ी के आरोप से मुक्त हुए वाईस-एडमिरल मार्क नॉरमन

– क्राउन ने अपने आरोप वापस लेते हुए वाईस-एडमिरल मार्क नॉरमन को किया दोष मुक्त
औटवा। सेना के पूर्व सेकंड-इन-कमांड पर लगाया गया धोखाधड़ी का आरोप अंतत: झूठा साबित हुआ। औटवा कोर्ट हाऊस में वकील बारबरा मरसीयन ने जज हीथर पर्कीनस-मक्वे को कहा कि यदि कार्य के दौरान आपसे कोई त्रुटि नहीं होती है तो घबराने की आवश्यकता नहीं अंत तक डटे रहे और आपको सफलता अवश्य मिलेगी।  इस वर्ष मार्च में नॉरमन के बचाव पक्ष के वकील ने क्राउन के सामने कुछ नए तथ्य रखे जिसे क्राउन झुठला नहीं सका और अंतत: उन्हें अपना आरोप वापस लेना पड़ा। मरसीयन ने आगे बताया कि नई जानकारी उनके लिए बहुत उपयोगी सिद्ध हुई, ज्ञात हो कि मार्क नॉरमन को गत कई वर्षों से राजनैतिक उलझनों के कारण कानूनी दाव पेंच सहने पड़ रहे थे, परंतु लिबरल सरकार के वर्ष 2015 में सत्ता में आने के पश्चात उनके केस पर पुन: चर्चा की गई और अंतत: सभी सबूतो की बारिकी से जांच के पश्चात उन्हें धोखाधड़ी के आरोप से मुक्त कर दिया गया।
उप नौसेनाध्यक्ष मार्क नॉरमन के विरुद्ध विश्वासघात का केस वापस लेगा क्राउन : रिपोर्ट
केंद्रीय क्राउन के वकील ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि सरकार जल्द ही पूर्व उप नौसेनाध्यक्ष मार्क नॉरमन पर लगाए गए उन आरोपों को वापस लेगा जिसमें उनके ऊपर सेना के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया गया था, सूत्रों के अनुसार उनके ऊपर मिथ्या आरोप लगाए गए थे, जिनका प्रमाण इतने वर्षों के पश्चात भी नहीं मिला, इसलिए उन्हें क्षमा मांगकर छोड़ दिया जाएगा, जिससे वह अपना शेष जीवन सुखमय बिता सके। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा बताए गए कुछ तथ्यों के आधार पर यह स्पष्ट किया गया कि मार्क को राजनीति के अंतर्गत फंसाया गया था, जिसके उचित प्रमाण न मिल पाने के कारण अब उन्हें छोड़ देना चाहिए और उनके ऊपर लगाए सभी आरोपों को वापस ले लेना चाहिए। पिछले दो वर्ष की कठोर जांच के पश्चात ही आरसीएमपी की रिपोर्ट में यह कहा गया कि नॉरमन पूर्ण रुप से निर्दोष हैं और उन्हें फंसाया गया था, जिसकी जांच में पुलिस लग गई हैं और यथा समय में यह भी साबित हो जाएगा कि उन्हें किसने फंसाया। नॉरमन के ऊपर यह आरोप लगाया गया था कि उन्होंने नौसेना के महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ की और आवश्यक दस्तावेजों को देश से बाहर अज्ञात लोगों को इसकी आपूर्ति की, परंतु नॉरमन ने अपने ऊपर लगे इस आरोप से स्वयं को सदा ही निर्दोष बताया और कहा कि उन्हें फंसाया जा रहा हैं, इस मामले की गहन जांच करें जिससे सभी तथ्य स्पष्ट हो सके। नॉरमन पर यह भी आरोप लगाया गया कि उन्होंने क्यूबेक शिपयार्ड के गुप्त दस्तावेजों को बड़ी कंपनियों को बेचा था जिससे उन्हें 700 मिलीयन डॉलर का नेवल ठेका मिल सके। ज्ञात हो कि इस अनुबंध में सरकार और सेना मिलकर कार्य करती हैं, मार्क कंजरवेटिवस की सरकार के समय इस आरोप में गिरफ्तार किए गए और इस कार्य के विरोध में उनके ऊपर यह केस चलाया गया जिसके बारे में अब स्पष्ट जानकारी जल्द ही सभी को समाने प्रस्तुत की जाएगी। इस आरोप के पश्चात वर्ष 2017 के जनवरी माह में उन्हें पद से निष्कासित कर दिया गया और तभी से उन पर केस चलाया जा रहा था। नॉरमन के वकील का कहना है कि उनका केस पूर्णत: राजनीति का शिकार बना हैं, जिसके कारण उन्हें पिछले कुछ वर्षों से बिना किसी कारण जेल में बंद रहना पड़ा और जेल का खराब खाना पड़ा। जानकारों का मानना है कि नॉरमन के निर्दोष साबित होने से आगामी चुनावों में लिबरलस पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता हैं और लोगों को यह लग रहा हैं कि सरकार उचित निर्णय नहीं ले पा रही और निर्दोषों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा हैं।
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