नशा मुक्ति के लिए पुलिस के साथ कार्य करना चाहती हैं नतालिया

– मिसिसॉगा एमपीपी नतालिया कुसेनडोवा का मानना है कि पुलिस को ओवरडोज नियंत्रण दवाई का पूर्ण प्रशिक्षण देकर इस संकट से देश को बचाने में मदद लेनी चाहिए, जिससे इस समस्या पर जल्द ही नियंत्रण प्राप्त किया जा सके।
मिसिसॉगा। मिसिसॉगा केंद्र के एमपीपी नतालिया कुसेनडोवा ने बुधवार को संसद में कैनेडा के नशा मुक्ति आंदोलन को प्रोत्साहित करने के लिए एक नया बिल पेश किया। इस बिल के अंतर्गत पुलिस प्रशिक्षण अधिनियम, 2019 की अनिवार्यता को दर्शाया गया हैं। नतालिया ने बताया कि इस बिल को पास करवाने का मुख्य लक्ष्य सामाजिक सुरक्षा और पुलिसींग एक्ट, 2019 को लागू करवाना हैं, जिससे भविष्य में देश में नशे पर नियंत्रण लगाने में पुलिस सहायता भी अपनी कारगर भूमिका निभा सकेगी। इस कार्य में ओंटेरियो पुलिस अधिकारी, विशेष कॉन्सटेबलस, फर्स्ट नेशनस अधिकारी और इन्सपेक्टरस शामिल होंगे। जानकारों के अनुसार नालोक्सोन एक ऐसी दवाई हैं जिससे नशे के ओवरडोज पर तुरंत काबू पाया जा सकता हैं, इसलिए इस बिल द्वारा नतालिया का मानना हैं कि इस दवा के बारे में पुलिस अधिकारियों को भी प्रशिक्षित किया जाएं, जिससे समय आने पर वे इस प्रकार की स्थितियों पर नियंत्रण प्राप्त कर सके और ओवरडोज के आदि पीड़ित को तुरंत नालोक्सोन का उचित डोज देकर उन्हें ओवरडोज के संकट से बचा सके। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस को इसकी उचित मात्रा का इन्जेक्शन या नैसल स्प्रे आदि का भी प्रशिक्षण दिलवाया जाएं, जिससे समय रहते वह इसके पीड़ित व्यक्ति का जीवन बचा सके। आंकड़ो के अनुसार वर्ष 2017 में पूरी दुनिया में 3,996 लोग नशे के ओवरडोज के कारण मारे गए जिसमें से 1,265 लोग केवल कैनेडा के निवासी थे। इनमें से कुल मिलाकर 32 प्रतिशत लोग केवल ओंटेरियो के रहने वाले थे इसी प्रकार यदि वर्ष 2018 के प्रथम छ: माह के आंकड़े देखें तो यह संख्या 629 रहीं, जिनकी मृत्यु ओवरडोज के कारण सही समय पर उचित उपचार न होने के कारण हुई। कुसेनडोवा ने अपनी रिपोर्ट में यह भी कहा कि जैसे वह स्वयं एक कुशल नर्स के साथ साथ राजनीति कार्यों को भी संभाल रही हैं वैसे ही पुलिस अधिकारी भी सुरक्षा के प्रबंधों के साथ साथ उपचार के कुछ नुस्खे भी सीखें जिससे आपात स्थिति में वह किसी भी पीड़ित व्यक्ति को मौत के मुहं में जाने से बचा सके। ओंटेरियो के पुलिस संघ के अध्यक्ष ने ब्रुस चैम्पमन ने कहा कि इस प्रकार की योजना अवश्य ही कारगर रहेगी और कुछ हद तक ओवरडोज के कारण होने वाली मौतों पर नियंत्रण प्राप्त कर लिया जा सकेगा। इस बिल पर प्रथम रीडिंग की जा चुकी हैं और इसकी दूसरी रीडिंग के लिए 16 मई को एक और चर्चा होनी शेष हैं और यदि दूसरी रीडिंग सफल रहती हैं तो इसे पारित कर दिया जाएगा।
You might also like

Comments are closed.