कड़े मुकाबले के साथ लिबरलस और टोरीज के मध्य फंसे मतदाता : पोल

– टोरंटो के उपनगरों में मतदाता अभी तक चयन नहीं कर सके कि किसे सत्ता का अधिकार सौंपना हैं, कांटे की टक्कर में रोचक रहेगा इस बार का केंद्रीय चुनावी मुकाबला
औटवा। ताजा पोल रिपोर्ट ने एक बार फिर से सभी को चौका दिया, जिसके अंतर्गत टोरंटो के ”905” कहे जाने वाले उपनगरों में जनता अभी तक दुविधा में हैं और अपने मत का अधिकार किसे दें यह तय नहीं कर पा रही है। ताजा आंकड़ो के अनुसार 43 प्रतिशत जनता का मानना है कि यदि वे कंसरवेटिवस को चुनते है तो अगले चार वर्षों में पुन: गिरती वित्तीय स्थितियों का सामना करना पड़ेगा जबकि 33 प्रतिशत का मानना है कि लिबरलस के अधिक विश्वस्त कंसरवेटिवस हैं जिन्हें सत्ता की बागड़ोर दी जा सकती हैं, ज्ञात हो कि यह जनता टोरंटो के उपनगरों में रहती है। इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनता अभी भी दुविधा में हैं और अपने निर्णय पर स्थिर नहीं हो पा रही है। जबकि 18 प्रतिशत लोगों को इस बारे में कोई भी उत्तर नहीं दिया तो पांच प्रतिशत लोगों को इस प्रशन का जवाब देना उचित नहीं लगा। ज्ञात हो कि एनडीपी के बुरी तरह से पिछड़ जाने के पश्चात टोरंटो के उपनगरों में 15 प्रतिशत तक की बढ़त बनाने का श्रेय जगमीत सिंह को जा रहा हैं, जिसने पार्टी में एक नई जान ला दी हैं, जबकि 6 प्रतिशत का मानना है कि ग्रीनस भी अच्छी पार्टी हैं और सत्ता में आने का मौका दिया जा सकता हैं और केवल 4 प्रतिशत लोग पीपुलÓस पार्टी के मैक्सीमी बरनीयर के साथ दिखें। सूत्रों के अनुसार गत 10 से 14 अक्टूबर के मध्य करवाएं गए इस पोल की रिपोर्ट से सभी पार्टियोंं में हड़कंंप मच गया हैं और अपनी जीत का दावा करने वाले एक बार फिर से चुनावी जंग में लोगों को प्रभावित करने में जुट गए है। लेजर के कार्यकारी उपाध्यक्ष क्रिस्टीयन बारक्यू का कहना है कि यकीनन इस बार चुनाव बहुत अधिक दिलचस्प होने वाला हैं, जिसमें अंत तक यह नहीं पता लग पाएंगा कि जीत किसकी होगी, सबसे बड़ी दुविधा जनता की होने वाली हैं, जिसे बहुत ही सोच विचारकर फैसला करना होगा।

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